सीनियर सैकंडरी स्कूल बलाना में केवल 8 कक्षा कक्ष ही उपलब्ध है। खेलने के लिए मैदान नहीं है, जिससे इस विद्यालय में पढ़ने वाले खिलाड़ियों के सपने धराशायी हो रहे हैं। राजस्थान सरकार शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालय को पिछले शैक्षणिक सत्र में 10वीं से 12वीं में क्रमोन्नत किया। इसे लेकर ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं में पढ़ाई के प्रति रुझान बढ़ गया। बलाना की स्कूल में बालिकाओं का नामांकन सर्वाधिक है। ग्राम पंचायत केसरपुर के गांव बलाना में बालिकाओं को उच्च अध्ययन की सुविधा मिले, इसके लिए यहां पर लड़कियों को उनके अभिभावकों ने पढ़ने के लिए नामांकित कराया।
152 छात्राएं तथा 104 छात्रों का हैं नामांकन प्रधानाचार्य प्रकाश चंद्र जैमन ने बताया कि इस विद्यालय में 152 छात्राएं तथा 104 छात्रों का नामांकन हैं। खेल मैदान नहीं है तथा यह पुराना स्कूल का भवन है। इसके ऊपर भी निर्माण नहीं हो सकता है। कक्षा कक्ष की कमी के कारण पहले से तीसरी तक के बच्चों को एक कक्ष में बैठाना पड़ रहा है। चतुर्थ, पांचवीं और सातवीं को अलग कक्ष में बैठाकर अध्यापन कराना पड़ता है। आठवीं, नवीं, दसवीं, 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को ही अतिरिक्त कक्षा कक्ष उपलब्ध हैं।
वस्तु स्थिति से अवगत कराया है राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल, बलाना के प्रधानाचार्य प्रकाश चंद्र जैमन ने बताया कि सरकार तथा विभाग को पत्र लिखकर वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया है। विद्यालय में मिडिल स्कूल तक के बच्चों को पोषाहार हैवेल्स से आता है। विद्यालय स्तर पर बाल गोपाल योजना के चलते दूध 2 महीने से नहीं आ रहा है। पीने के पानी की व्यवस्था में हैडपंप व नल कनेक्शन हैं।
………………….. पत्र प्रेषित किया जाएगा अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, मालाखेड़ा के मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि नव क्रमोन्नत विद्यालयों को अतिरिक्त कक्षा कक्ष बनाने के लिए आगामी वित्तीय वर्ष की योजना में शामिल किया जाएगा। विद्यालय की ओर से आबादी भूमि के पट्टा प्रस्तुत करने पर ही अतिरिक्त कक्षा कक्ष के लिए बजट आवंटित करने का पत्र प्रेषित किया जा सकेगा।