इन दिनों सावन मास में यहां प्रतिदिन काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसके चलते यहां बहुत सी दुकानें सज गई हैं। यहां टैटू लगवाने वालों में उत्साह है और मूसल खूब बिक रहे हैं।
अगले माह भरने वाले बाबा भतृर्हरि के मेले को लेकर व्यापारी उत्साहित हैं। यहां दुकान लगाने वालों का कहना है कि दो साल कोरोना के कारण यह धाम पूरी तरह प्रतिबंधित रहा। इस बार मेले में खूब भीड़ होने की संभावना है।
मेला स्थल पर पीपलदा सवाईमाधोपुर से आए कमलेश नाथ और मुकेश नाथ यहां बाबा भतृर्हरि के गीत सारंगी और ढोलक पर बजाते हैं तो यहां आने वाले लोग रुक जाते हैं और उनका भजन बिना सुने नहीं जाते हैं।
दो साल बाद भरेगा मेला इस बार मेला दो साल बाद भर रहा है जिससे हम बहुत उत्साहित हैं। यहां 100 से अधिक दुकानें हैं। इस बार मेले में काफी संख्या में भक्त भाग लेंगे।
-अजीत, दुकानदार।
दो साल बाद मेला भरने से भक्तों में खुशी है। इस बार सावन मास में भी काफी संख्या में भक्त आ रहे हैं। यहां अष्टमी के दिन लोग प्रसाद चढ़ाने आते हैं वैसे तो पूरे सावन में ही लोग आते रहते हैं।
मेला अलवर की पहचान बाबा भतृर्हरि का मेला अलवर की पहचान है। इस मेले में नाचते गाते हुए लोग चलते हैं । लोग यहां आकर मन्नत मांगते है और पूरी होने पर खुशी मनाते हैं।
-पवन, पुजारी।