तभी खेत में बनी एक तलाई के किनारे की मिट्टी ढहने की वजह से भतीजा तलाई में जा गिरा। जिसे बचाने के लिए चाचा संतोष ने तलाई में छलांग लगा दी और भतीजे को सकुशल तलाई के किनारे पहुंचा दिया लेकिन भतीजे को बचाने के चक्कर में खुद पानी में डूब गया। घटना की जानकारी पर आस पास के ग्रामीण तलाई पर पहुंचे और युवक को निकालने के प्रयास शुरू कर दिए।
मामले की सूचना पर अलवर जिले की रैणी तहसीलदार कैलाश मेहरा मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया। जहां करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने संतोष का शव बाहर निकाला। रैणी पुलिस ने मृतक को सीएचसी पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई कर शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान चाचा की बहादुरी की क्षेत्र में चर्चा रही। वहीं गांव में माहौल गमगीन हो गया।