जानकारी के अनुसार साइबर ठगों ने भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर जबलपुर के एक व्यापारी से 45 हजार रुपए ठग लिए थे। घटना को लेकर भोपाल क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज ठगों के बारे में पड़ताल शुरू की। फेसबुक आईडी के जरिए ठगों की पहचान की गई। इसके बाद भोपाल क्राइम ब्रांच एसआई देवेन्द्र साहू के नेतृत्व में 13 पुलिसकर्मियों की टीम अलवर आई और दबिश कार्रवाई कर शातिर ठग मोहम्मद शकील और उसके साथी सुनील प्रजापति को गिरफ्तार कर भोपाल ले गई।
मोहम्मद शकील है मास्टरमाइंड : भोपाल के डीसीपी क्राइम अखिल पटेल के अनुसार साइबर ठग मोहम्मद शकील मास्टर माइंड है, जो कि 11वीं फेल है और उसका साथी सुनील प्रजापति 9वीं फेल है। ये दोनों लम्बे समय से साइबर ठगी कर रहे हैं। अब तक 100 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी कर चुके हैं।
पांच राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश
भोपाल पुलिस के अनुसार शातिर ठग शकील और सुनील की तलाश में कई राज्यों की पुलिस लगी हुई है। क्योंकि वह कई राज्यों में साइबर ठगी की वारदात कर चुके हैं। जब भोपाल पुलिस अलवर में ठगों को गिरफ्तार करने आई थी तो वहां पांच राज्यों की पुलिस मौजूद थी। शातिर ठग अलग-अलग राज्यों के पांच एसपी की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों से ठगी कर चुका था।
पूरा सहयोग कर रहे
ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत अलवर पुलिस साइबर ठगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है। अन्य राज्यों की पुलिस भी साइबर ठगों की तलाश में अलवर आती रहती है। ठगों की गिरफ्तारी में उनका पूरा सहयोग किया जाता है। – संजीव नैन, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर। शातिर ठग मोहम्मद शकील अलग-अलग राज्यों के एसपी या बड़े पुलिस अफसरों के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाता था और लोगों से चैटिंग व कॉलिंग कर ठगी करता था। वहीं, सुनील प्रजापति किराए पर लोगों से बैंक खातों का जुगाड़ करता था। इन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कराता था। सुनील अपना कमीशन लेने के बाद ठगी की राशि खाते से निकालकर शकील को देता था।