दूसरे गेट पर भी यही हाल कलक्ट्रेट के दूसरे गेट से नामांकन जमा कराने आने वाले प्रत्याशियों की गूंज रही। बीच-बीच में नारेबाजी व ढोल नगाड़ों की गूंज आते ही पता चल जाता कि फिर कोई प्रत्याशी नामांकन भरने आ गया है। अधिकतर प्रत्याशियों के गले में माला देख उसके प्रत्याशी होने का आसानी से पता चलता रहा। कलक्ट्रेट परिसर में जो भी मिलता सबके सामने हाथ जोड़ते हुए निकला।
नाश्ते की पूछते रहे कलक्ट्रेट में आने के बाद समर्थक व कार्यकर्ताओं का पूरा ख्याल रखा गया। खुद प्रत्याशी व उसके खास कार्यकर्ता दूसरों से नाश्ते की भी पूछते रहे। उन्होंने कहा कि अभी कुछ समय लगेगा। जब तक सब मिलकर कुछ नाश्ता कर लो। कुछ चाय की थड़ी पर कचोरी-समोसे का लुत्फ लेते दिखे।
महिलाएं बड़ी संख्या में पहुंची कलक्ट्रेट में नामांकन जमा कराने आए प्रत्याशियों के साथ महिलाओं की संख्या भी खूब दिखी। महिला प्रत्याशी के साथ अधिक संख्या में वार्ड की महिलाएं आई। कुछ समर्थक अपने प्रत्याशी के बारे में दूसरों को भी बताते रहे। महिलाओं ने कहा कि उनके वार्ड में पेयजल की बड़ी परेशानी रही। जिसके कारण महिलाओं को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी हैं। अब हम अच्छा जनप्रतिनिधि चुनना चाहते हैं।
कलक्ट्रेट ही पहली बार आए नगर परिषद अलवर में 65 वार्ड हैं। हर वार्ड से कई प्रत्याशी शहर की सरकार में जनप्रतिनिधि बनने के लिए आगे आने लगे हैं। जिनके साथ आने वाले समर्थक ऐसे भी हैं जो पहली बार कलक्ट्रेट आए। कुछ महिलाओं ने महल चौक के बारे में जानकारी लेने में जिज्ञासा दिखाई।
वकीलों की कलम चलती रही चुनावी नामांकन के दौर में वकीलों की कलम खूब चल रही है। ज्यादातर प्रत्याशी एक से अधिक नामांकन भरते हैं। नामांकन भरने का अधिकतर काम वकीलों के जरिए होता है। काफी प्रत्याशी तो वकीलों की टेबल के सामने ही दिखे। कुछ ने कल नामांकन जमा कराने से पहले फॉर्म पूर्ति एक दिन पहले ही कर ली। ताकि अंतिम तिथि को मुहुर्त पर नामांकन जमा कराया जा सके।
नामांकन का आखिरी दिन मंगलवार होने के कारण बड़ी संख्या में प्रत्याशियों ने सोमवार को नामांकन दाखिल किए। कांग्रेस व भाजपा के कई वरिष्ठ कार्यकताओं ने भी नामांकन दाखिल किया। वहीं कई कार्यकर्ता व टिकट के दावेदार नामांकन की जानकारी लेते दिखाई दिए। कांग्रेस की पहली सूची रविवार रात को जारी होने के कारण पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी कलक्ट्रेट परिसर में प्रत्याशियों को नामांकन दाखिल कराते दिए।