डॉ. करणसिंह यादव की चिकित्सक होने के कारण पूरे जिले में अच्छी पैठ है। डॉ. यादव सोशल इंजीनियरिंग साधने में भी माहिर रहे हैं। पूर्व में वे बहरोड़ से विधायक रह चुके हैं, वहीं अलवर से दो बार सांसद भी चुने गए हैं। किशनगढ़बास क्षेत्र में यादव की गहरी पकड़ मानी जाती है। कांग्रेस ने इसी आधार पर उन्हें किशनगढ़बास से उतारने का फैसला किया है। वहीं उनका लोगों से व्यवहार भी टिकट का बड़ा कारण रहा है।
टिकट मिलते ही पहली बात किशनगढ़बास विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. करणसिंह यादव का कहना है कि मैंने पूरे क्षेत्र में विकास कार्य कराए हैं, इस कारण मेरा आमजन से सीधा जुड़ाव रहा है। जनता के बीच रहने एवं उनसे सीधे सम्पर्क की बदौलत पूरी उम्मीद है कि क्षेत्र की जनता मुझे पूरा समर्थन देगी। सांसद रहते बिना भेदभाव के विकास कार्य कराए हैं। किशनगढ़बास से शुरू से ही जुड़ाव रहा है। जब भी यहां के लोगों को जरूरत पड़ी मैं हाजिर रहा हूं।
प्रत्याशी का ‘आधार’ आमदनी: चिकित्सक, पेंशन व राजनीति सोशल मीडिया: सक्रिय हैं। पहचान: कांग्रेस के विभिन्न आंदोलनों में सक्रिय रहे, लोकसभा व विधानसभा में जनहित के मुद्दे उठाए। अनुभव: करीब 20 वर्ष, दो बार विधायक, दो बार सांसद रह चुके।
कोर टीम: कांग्रेस कार्यकर्ता अक्सर कहां मिलते हैं: अलवर के हसनखां मेवात नगर, बहरोड़ व जयपुर स्थित निवास।