मेघालय के राज्यपाल मलिक दोपहर डेढ़ बजे सर्किट हाउस पहुंचे, यहां पुलिसकर्मियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया तथा वहां मौजूद अन्य अधिकारियों से परिचय कराया। स्वागत के बाद सर्किट हाउस के कक्ष में जाते समय उन्होंने अलवर के ऐतिहासिक महत्व पर जिला अधिकारियों से चर्चा की। राज्यपाल मलिक ने हसन खां मेवाती व बाबर से जुड़े कुछ रोचक प्रसंग अधिकारियों से साझा किए। वहीं अलवर के मेवात, कृषि एवं अन्य विषयों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि अलवर की अपनी खास पहचान है। हमेशा चर्चाओं में रहता है। इस मौके पर एडीएम सिटी डॉ. सुनीता पंकज, उपखंड अधिकारी पीएल सोंठवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सहित अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
अधिकारियों को दिया मेघालय आने का निमंत्रण
जलपान के बाद सर्किट हाउस से रवाना होते समय राज्यपाल मलिक ने जिला कलक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों को मेघालय आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने शिलांग की खूबियों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां का प्राकृतिक सौन्दर्य अनूठा है, वहां के झरने, पहाड़ी, नदी आदि आकर्षक हैं। उन्होंने कहा कि मेघालय का राजभवन भी विशेषताओं से भरा हुआ है। यह देश का सर्व श्रेष्ठ राजभवन है। उन्होंने अलवर के अधिकारियों को कहा कि वे मेघालय जरूर आए। एक दिन की संक्षिप्त सूचना पर मेघालय आ सकते हैं।
जलपान के बाद सर्किट हाउस से रवाना होते समय राज्यपाल मलिक ने जिला कलक्टर, एसपी सहित अन्य अधिकारियों को मेघालय आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने शिलांग की खूबियों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां का प्राकृतिक सौन्दर्य अनूठा है, वहां के झरने, पहाड़ी, नदी आदि आकर्षक हैं। उन्होंने कहा कि मेघालय का राजभवन भी विशेषताओं से भरा हुआ है। यह देश का सर्व श्रेष्ठ राजभवन है। उन्होंने अलवर के अधिकारियों को कहा कि वे मेघालय जरूर आए। एक दिन की संक्षिप्त सूचना पर मेघालय आ सकते हैं।
बीते दिनों रहे चर्चा में, अलवर में मीडिया से बनाई दूरी मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक बीते दिनों अपने बयानों को लेकर खासे चर्चा में रहे। उन्होंने किसान आंदोलन व कृषि बिल को लेकर पूर्व में बयान दिए थे, लेकिन अलवर में उन्होंने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया।