समन्वयक समिति की बैठक में केन्द्रीय मंत्री ने मौजूद विधायक, पूर्व विधायक, जिला पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों, पूर्व जिलाध्यक्ष समेत अन्य नेताओं से पहले फीडबैक लिया। एक- एक नेताओं की केन्द्रीय मंत्री गोयल ने बात सुनी और नोट कर दिल्ली नेतृत्व तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
जिले की 11 सीटें कैसे जीते, इस पर रहा फोकस करीब दो घंटे चली बैठक में केन्द्रीय मंत्री समेत ज्यादातर नेताओं का फोकस आगामी विधानसभा चुनाव में अलवर जिले की सभी 11 सीटों पर भाजपा की जीत पर रहा। कुछ नेताओं का कहना था कि पूर्व में भाजपा के पास 11 में से 9 सीटें थी, तब राज्य में भाजपा की सरकार बनी थी, यही िस्थति वापस लाने की जरूरत है। इसके लिए रणनीति बनाकर कार्य करने पर चर्चा की गई। बैठक में विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं हुई, लेकिन इतना जरूर कहा कि पार्टी के सर्वे के आधार टिकट का वितरण होगा। वहीं कुछ नेताओं का कहना था कि संगठन में कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं को जगह दी जाए, न कि व्यवस्था वाले नेताओं को।
चुनाव कैसे जीतना है, इस पर हुआ गहन मंथन
आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके लिए राज्य की कांग्रेस सरकार की नाकामी, बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार, हरिजन अत्याचार आदि मुददों को लेकर बड़ा आंदोलन शुरू करने की जरूरत बताई। इसके अलावा गांव व बूथ तक केन्द्र की मोदी सरकार की उपलिब्धयों को लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। वहीं चुनाव जीतने के लिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कोरिडोर, कश्मीर में धारा 370 हटाने सहित केन्द्र सरकार की ओर से किए गए निर्णयों को लोगों तक पहुंचाने की जरूरत बताई।
आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके लिए राज्य की कांग्रेस सरकार की नाकामी, बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार, हरिजन अत्याचार आदि मुददों को लेकर बड़ा आंदोलन शुरू करने की जरूरत बताई। इसके अलावा गांव व बूथ तक केन्द्र की मोदी सरकार की उपलिब्धयों को लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। वहीं चुनाव जीतने के लिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कोरिडोर, कश्मीर में धारा 370 हटाने सहित केन्द्र सरकार की ओर से किए गए निर्णयों को लोगों तक पहुंचाने की जरूरत बताई।
स्थानीय मुद्दों पर संघर्ष करने पर बल चुनावी तैयारियों के लिए विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय मुद्दों पर संघर्ष करने की जरूरत बताई। वहीं कुछ ने बड़े आंदोलन शुरू करने पर जोर दिया। सोशल मीडिया के साथ जमीनी आंदोलन की जरूरत बताई गई। एक पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले दिनों पार्टी के एक विधायक पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, लेकिन संगठन की ओर से इसके विरोध में कोई आंदोलन नहीं हुआ। इसके अलावा कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार तथा कांग्रेस नेताओं के झगड़े को प्रमुखता से उठाने पर जोर दिया गया।
नेता के बारे में िस्थति जल्द हो स्पष्ट
बैठक में कुछ नेताओं का यह भी कहना था कि पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में नेतृत्व करने वाले नेता को लेकर िस्थति जल्द स्पष्ट करनी चाहिए, जिससे कार्यकर्ता असमंजस में नहीं रहें।
बैठक में कुछ नेताओं का यह भी कहना था कि पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में नेतृत्व करने वाले नेता को लेकर िस्थति जल्द स्पष्ट करनी चाहिए, जिससे कार्यकर्ता असमंजस में नहीं रहें।