सीएमएचओ से कहा कि जिले के हरियाणा से लगते हुए क्षेत्र में सैम्पलिंग एवं सर्वे कार्य की मॉनिटरिंग स्वयं करें। मोडिफाइड लॉकडाउन के दौरान प्रारम्भ होने वाली कम्पनियों में भी सैम्पलिंग कराएं। मृत्यु वाले प्रकरणों में सैम्पलिंग का कार्य गाइडलाइन एवं मृतक की बीमारी की हिस्ट्री के अनुरूप करें। भिवाड़ी में पुन: सर्वे हो। बीडा भिवाड़ी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से समन्वय कर टीमें गठित कराएं। समय-समय पर स्वयं या अन्य चिकित्सा अधिकारियों की ओर से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जांच हो। सैम्पलिंग टीम को रेण्डम टेस्ट किट से सैम्पलिंग लेने का प्रशिक्षण दिलवाएं।
उन्होंने एडीएम द्वितीय को निर्देश दिए कि सामान्य चिकित्सालय में सैनिटाइजर एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री उपलब्ध कराएं। राज्य सरकार से समन्वय कर रेपिड टेस्ट किट आवश्यकता अनुरूप मंगवाएं। चिकित्सकीय व अन्य सामग्री की खरीद वित्तीय नियमों के तहत हो। उन्होंने एडीएम प्रथम से कहा कि चिकित्सकीय एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए भामाशाहों एवं सामाजिक संस्थानों को प्रेरित करें। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी एवं क्वारेंटाइन प्रभारी को निर्देश दिऐ कि सभी क्वारेंटाइन केन्द्रों का स्वयं भौतिक निरीक्षण करें। वहां मूलभूत आवश्यकता सुनिश्चित कराएं।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम रामचरण शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय राकेश गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर उत्तम सिंह शेखावत, मेडिकल टास्क फोर्स के प्रभारी (आर.ए.एस) हरिसिंह मीना व संजीव कुमार पाण्डेय, भूप्रबंधक अधिकारी कमलराम मीना, सीईओ जिला परिषद विनय नगायच, राजस्व अपील अधिकारी हरिराम मीना व यूआईटी सचिव जितेन्द्र सिंह नरूका सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।