एसीबी जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलराम सिंह ने बताया कि पीएचईडी की ओर से मालाखेड़ा क्षेत्र के तीन गांवों में कराए गए कार्यों के बिल पास करने के एवज में एक्सईएन ने ठेकेदार से ढाई लाख रुपए मांगे थे। इसमें से एक लाख रुपए आरोपी 9 सितंबर को ले चुका था। इसके बाद बचे हुए डेढ़ लाख रुपए देने के लिए उसने सोमवार को शाम करीब सवा 6 बजे ठेकेदार को अंबेडकर नगर स्थित अपने निवास के पास बस स्टॉप पर बुलाया था। इस बीच एसीबी की जयपुर टीम ने उसे रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। परिवादी की शिकायत का सत्यापन कराने के बाद ट्रैप की कार्रवाई की गई। इसके बाद आरोपी एक्सईएन को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए एनईबी थाने ले जाया गया।
बिलों का 3 प्रतिशत मांग रहा था रिश्वत के रूप में
जयपुर निवासी परिवादी ठेकेदार ने एसीबी को बताया कि आरोपी एक्सईएन बिलों के भुगतान के लिए कुल राशि का तीन प्रतिशत रिश्वत के रूप में मांग कर दबाव बना रहा था। जबकि वह एक प्रतिशत देने को तैयार था। इसके बाद भी आरोपी उसे परेशान कर रहा था। परिवादी ने एसीबी को यह भी बताया कि पीएचईडी की ओर से कराए गए कार्यों के अभी बिल पास हुए हैं। यह भी पढ़ें
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आभूषण का वजन करने के लिए मंगवाया छोटा तराजू
ऐसे में आरोपी के घर सर्च के दौरान 20-22 लाख रुपए मिलेंगे, लेकिन जब एसीबी की टीम आरोपी के घर पहुंची तो नोटों की गड्डियां देखकर नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी। साथ ही सोना-चांदी के आभूषण का वजन करने के लिए छोटा तराजू भी मंगवाया गया। हालांकि आभूषण के संबंध में अभी एसीबी की टीम ने कोई जानकारी नहीं दी है। इसके अलावा आरोपी के अंबेडकर नगर स्थित आवास के दस्तावेज भी एसीबी को मिले हैं। यह भी पढ़ें