इस तरह कम हो सकती है लागत :
एलिवेटेड रोड सरिस्का में 23 किलोमीटर की लंबाई में खंभों पर बनना प्रस्तावित है। बताते हैं कि राशि कम करने के लिए इस रोड को सरिस्का के कोर एरिया में ही खंभों पर बनाया जाएगा। थानागाजी थैंक्यू बोर्ड के पीछे व कुशालगढ़ के आगे इसे जमीन पर तैयार करने की योजना है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बीच में सड़क के दोनों ओर बेरिकेड़िंग की जा सकती है। इस तरह तैयार होगा एलिवेटेड रोड यह पूरा रोड सरिस्का होकर गुजर रहे अलवर- जयपुर रोड के ऊपर से बनेगा।
- थानागाजी के थैंक्यू बोर्ड से शुरू होकर नटनी का बारा के मालाखेड़ा टी जंक्शन से करीब 50 मीटर पहले रोड उतरेगा।
- पीडब्ल्यूडी एनएच की ओर से चयनित एजेंसी एलिवेटेड रोड का डिजायन तैयार करेगी।
- इस रोड के लिए हर 30 मीटर पर पिलर खड़े होंगे।
- 23 किलोमीटर लंबे मार्ग पर उतरने के लिए दो रैंप का भी निर्माण होगा, इससे लोग रैंप पर होकर एलिवेटेड रोड से जा सकेंगे।
यहां भी अटक सकता था बड़ा प्रस्ताव
2 हजार करोड़ रुपए व इससे ज्यादा के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रधानमंत्री की ओर से बनाई गई कमेटी ही करती हैं। ऐसे में ये रकम आसानी से पास होना मुश्किल था। अफसर चाहते हैं कि लागत कम करके इसी जयपुर कार्यालय से ही स्वीकृति हो जाए।
2 हजार करोड़ रुपए व इससे ज्यादा के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रधानमंत्री की ओर से बनाई गई कमेटी ही करती हैं। ऐसे में ये रकम आसानी से पास होना मुश्किल था। अफसर चाहते हैं कि लागत कम करके इसी जयपुर कार्यालय से ही स्वीकृति हो जाए।
एलिवेटेड रोड को लेकर हमने एक बैठक कर ली है। अब पीडब्ल्यूडी एनएच को आगे की कार्रवाई करनी है।
- महेंद्र कुमार शर्मा, उप वन संरक्षक, सरिस्का टाइगर रिजर्व