पीडि़ता के भाई ने शिकायत दी कि गांव स्थित एक मस्जिद में पड़ोसी गांव निवासी सद्दाम तीन साल से इमाम है। वहां उसकी बच्चों को पढ़ाने और लोगों से नमाज अता कराने की जिम्मेदारी है। मस्जिद के इमाम सद्दाम के लिए गांव के हर घर से नंबर वाइज खाना भेजा जाता था। 14 जनवरी को इमाम का खाना भेजने का नंबर उसके घर से था। रात करीब 8 बजे उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बहन सद्दाम के लिए खाना लेकर गई। उसी दौरान सद्दाम ने उससे बलात्कार किया। आरोपी ने घटना के बारे में किसी को बताने पर पीडि़ता को जान से मारने की धमकी भी दी।
राजीनामे को लेकर समझाइश
आरोपी और पीडि़ता एक ही समुदाय के हैं। बदनामी के डर से मामले को दबाने के लिए राजीनामे के लिए गांव में चार-पांच दिन तक पंचायत चलती रही, लेकिन पीडि़त परिवार नहीं माना।
राजीनामे को लेकर समझाइश
आरोपी और पीडि़ता एक ही समुदाय के हैं। बदनामी के डर से मामले को दबाने के लिए राजीनामे के लिए गांव में चार-पांच दिन तक पंचायत चलती रही, लेकिन पीडि़त परिवार नहीं माना।
सामूहिक बलात्कार के तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
वहीं दूसरी ओर कोटखावदा पुलिस ने नाबालिग से सामूहिक बलात्कार के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गत 14जनवरी को नाबालिग के घर से लापता होने की रिपोर्ट उसके भाई ने दर्ज करवाई थी। 17 जनवरी को उसे दस्तयाब किया और जांच में सामूहिक बलात्कार की पुष्टि होने पर एक किशोर को निरुद्ध कर किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया था। तफ्तीश के बाद तीन अन्य आरोपी निवाई निवासी दयाशंकर, मनराज एवं यूपी हाल कोटखावदा निवाी भूरा उर्फ मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया गया। वहीं फरार आरोपी टोंक निवासी संजय मीणा की तलाश की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर कोटखावदा पुलिस ने नाबालिग से सामूहिक बलात्कार के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गत 14जनवरी को नाबालिग के घर से लापता होने की रिपोर्ट उसके भाई ने दर्ज करवाई थी। 17 जनवरी को उसे दस्तयाब किया और जांच में सामूहिक बलात्कार की पुष्टि होने पर एक किशोर को निरुद्ध कर किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया था। तफ्तीश के बाद तीन अन्य आरोपी निवाई निवासी दयाशंकर, मनराज एवं यूपी हाल कोटखावदा निवाी भूरा उर्फ मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया गया। वहीं फरार आरोपी टोंक निवासी संजय मीणा की तलाश की जा रही है।