यह भी पढ़े:-पीएम मोदी व सीएम योगी को कुंभ से मिलेगी बड़ी गुड न्यूज, गिनीज बुक में दर्ज होंगे तीन बड़े कार्य
केन्द्रीय मंत्री व डिप्टी सीएम की जुगलबंदी को लेकर राजनीतिक जगत में चर्चा शुरू हो गयी है। चर्चाओं की माने तो यूपी चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या सीएम पद की रेस में आगे चल रहे थे लेकिन बाद में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद केशव प्रसाद मौर्या का नाम सीएम सूची से हट गया। सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से डिप्टी सीएम की सक्रियता कम हो गयी। मुख्यमंत्री नहीं बन पाने का मलाल आज भी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को है। लोकसभा चुनाव 2019 में पीएम नरेन्द्र मोदी की तरह बीजेपी का एक गुट नितिन गडकरी को बड़े नेता के रुप में प्रस्तुत करने की तैयारी में है। यदि किसी कारण से बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो नितिन गडकरी की सरकार बनाने में भूमिका बढ़ जायेगी। चर्चाओं की माने तो ऐसा हुआ तो पीएम मोदी व सीएम योगी की तरह नितिन गडकरी व केशव प्रसाद मौर्या की जोड़ी भी अपना दांव खेल सकती है। केन्द्रीय मंत्री व डिप्टी सीएम की नयी कहानी को लेकर बीजेपी नेता भी सामान्य शिष्टाचार बताने में जुटे हैं।
यह भी पढ़े:-बसंत पंचमी पर चलेगी 130 विशेष ट्रेन, संगम में डुबकी लगाने को उमड़ेगा रैला