जब अपने गुरु को हरा दिया चुनाव
फूलपुर लोकसभा इसलिए बड़ी सीट मानी जाती है की यहाँ से देश के पहले प्रधानमंत्री सांसद थे ।लेकिन 1996 के लोकसभा चुनाव की टक्कर आज भी सब को याद है।समाजवादी पार्टी के जंग बहादुर सिंह पटेल ने बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम को हराया था।जानकारों की माने तो जब बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में अपनी सियासी जमीन तैयार कर रही थी।उस समय कांशीराम के साथ जंग बहादुर पटेल भी थे।देश की राजनीत में कांशीराम और जंग बहादुर की पहचान गुरु.शिष्य की थी।उस चुनाव में काशी राम को 16 हजार 21 वोट के अंतर से जंग बहादुर पटेल ने हाराया था।
हर दिन घरो में गिरते थे पैसे
1996 का यह चुनाव इसलिए भी यादगार रहा की जब इसी चुनाव में अपनादल के संस्थापक सोनेलाल पटेल ने भी फूलुपर से अपनी राजनीतिक पहचान बनानी शुरू की थी।तब अपना दल अध्यक्ष सोने लाल को मात्र 44 प्रतिशत वोट मिले थे। इसी चुनाव में फूलपुर संसदीय क्षेत्र के रहने वाले माफिया डॉन रोमेश शर्मा भी बतौर निर्दल प्रत्याशी मैदान में थे। रोमेश शर्मा पूरे चुनाव में प्रचार को लेकर सुर्खियों में रहे। पहली बार फूलपुर लोकसभा के चुनाव में गाँव गाँव हेलीकाप्टर पंहुचा था। रोमेश शर्मा ने हेलीकाप्टर से लोगो के घर के उपर पैसे उडाए थे।लोग रोमेश शर्मा को देखने के लिये परेशान होते थे ।रोमेश शर्मा ने डॉक्टर सोनेलाल पटेल से अधिक 68 प्रतिशत ज्यादा वोट हासिल किये थे ।
जब कई दिग्गज हारे
फूलपुर लोकसभा का चुनाव परिणाम हर बार एतिहासिक होता रहा है ,लेकिन 1996 के लोकसभा चुनाव में फूलपुर सीट पर दिग्गजों की लड़ाई में दो पूर्व सांसदों को हारना पड़ा था। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद फूलपुर से लगातार तीन बार सांसद रहे रामपूजन पटेल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए। रामपूजन चौथे नंबर पर रहे। इसी चुनाव में भाजपा से लड़े पूर्व सांसद बीडी सिंह को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था। कांग्रेस के पूर्व विधायक और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे श्यामसूरत उपाध्याय भी इसी साल फूलपुर सीट से चुनाव लड़े थे।