दरअसल पर्यटन विभाग ने अर्धकुंभ के दौरान शहर में बेहतरीन होटलों की कमी को देखते हुए स्थानीय लोगों के सामने प्रस्ताव रखा था कि जो लोग शहर में स्थित हेरिटेज माकानों को होटल आदि में तब्दील करने के लिए अधिकतम एक करोड़ रुपए तक की सब्सिडी दी जाएगी। जिसको लेकर अब शहर के दो लोगों ने पर्यटन विभाग में आवेदन भी किया है।
पर्यटन अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि शहर के जिन दो लोगों ने आवेदन किया है। उसमें शहर के दारागंज इलाके में स्थित लाल कोठी के मालिक और बेली रोड पर स्थित एक कोठी के मालिक का आदवेद पर्यटन विभाग को मिला है। दोनों ने ही अपने भवन को हेरिटेज भवन के तहत पंजीकृत करने का आवेदन किया है।
पर्यटन अधिकारी के मुताबिक इन भवनों को इनके अपने पुराने स्वरूप में पुनः तैयार किया जाएगा। आने वाले कुंभ में यहां अतिथियों को रहने की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने बताया की इसकेलिए सरकार ने जो मानक बनाया है यह भवन उसके अनुरूप ही होना चाहिए जिसमे हेरीटेज भवन के लिए खाली जमीन भवन कम से कम पांच कमरे होने जरूरी है। साथ ही मकान के ऊपरी हिस्से में मकान मालिक का रहना जरूरी है। यात्रियों से किराया मकान मालिक अपनी सुविधाओं के अनुसार ले कर सकेंगे। लेकिन उनकी विभाग द्वारा उसकी सीमा तय की जाएगी। बिजली और पानी की दरों में रियायत शासन की ओर से दी जाएगी।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक दिनेश कुमार ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप इसका प्रचार प्रसार किया गया था। अब तक दो लोगों के आवेदन मिल चुके हैं। इस पर प्रक्रिया चल रही है लोगों के आवेदन आएंगे तो मौका मुआयना कर उन्हें भी हेरिटेज भवन या होटल में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है की इस तरह के भवनो को संरक्षित किया जाए।