इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर दोनों जगहों के बीच में 205 किलोमीटर की दूरी घट जाएगी, जो कि अभी 375 किलोमीटर है। सांसद डामोर ने बताया दाहोद इंदौर रेल लाइन का काम तेजी शुरू होने की आशा प्रबल हुई है, रेलवे बोर्ड ने कोरोना काल में इस परियोजना को होल्ड पर डाला था, उसी बोर्ड ने पूर्व में इसके लिए 70 करोड़ रुपए अतिरिक्त बजट आवंटित किया था तथा आम बजट में इसके लिए 20 करोड़ रुपए दिए गए थे। अब 265 करोड़ के प्रावधान बजट जारी होने से वर्षों पुरानी इस परियोजना को लेकर फिर से उम्मीद जगी है।
कार्य को गति देने के लिए सार्थक सिद्ध होगी
सांसद के प्रयासों से ही रतलाम झाबुआ आलीराजपुर संसदीय क्षेत्र में आलीराजपुर से व्हाया जोबट धार के लिए केन्द्रीय रेल बजट में 100 करोड़ का प्रावधान भी किए जाने से आलीराजपुर से धार तक की रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में गति प्राप्त होगी। सांसद गुमानसिंह डामोर ने बताया, काम फिर से शुरू करवाने के लिए बात संसद में उठाई थी। रेलमंत्री और अफसरों को पत्र भी लिखे थे। अब हाल ही में प्रस्तुत आम बजट में मोदी सरकार ने अपने बजट में 265 करोड़ की भारी भरकम राशि का प्रावधान किया गया है, जो निश्चित ही दाहोद-इंदौर रेल लाइन के कार्य को गति देने के लिए सार्थक सिद्ध होगी।
रेलवे लाइन के कार्य में होगी प्रगति
209 किमी की लाइन में से सिर्फ 36 किमी डली है। दाहोद से लेकर कतवारा तक 11 किमी और इंदौर से धार की तरफ 25 किमी लाइन डली। झाबुआ में जमीन अधिग्रहण हो चुका है और गुजरात सीमा से झाबुआ के पास तक भी कार्य प्रारंभ हो चुका है। इंदौर-धार के बीच बनाई गई टनल्स का काम भी प्रारंभ हो चुका है। पीथमपुर में 3 किमी लंबी टनल का कार्य भी प्रगति पर है। सांसद डामोर के प्रयास से इस वर्ष में इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट पर सरकार करीब 265 करोड़ रुपए खर्च करेगी जिससे कार्य में प्रगति होगी। जानकारी अर्पित कटकानी ने दी।