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प्रोफेसर जाहिद अली खान ने कहा, “ इस्लाम एक अल्लाह की इबादत के अलावा ना मूर्ति पूजा की इजाजत देता है। ना कब्र को खुदा में शरीक मानकर उसकी इबादत करने की इजाजत देता है। ना शिवलिंग की इजाजत देता है। ना शिवलिंग पर जल चढ़ाने की इजाजत देता है, क्योंकि वह पूजा है। जो ऐसा करेगा वह इस्लाम की तालीमात के खिलाफ होगा
प्रोफेसर जाहिद अली खान ने कहा, “इसी तरह तुलसी की इबादत करना भी उसी में शामिल है। पीपल की इबादत करना, गाय की इबादत करना, या ऐसी किसी तस्वीर जिस की पूजा की जाती हो। जो ऐसा करेगा वह इस्लाम की तालीमात के खिलाफ होगा।”
प्रोफेसर जाहिद अली खान ने कहा, “इसी तरह तुलसी की इबादत करना भी उसी में शामिल है। पीपल की इबादत करना, गाय की इबादत करना, या ऐसी किसी तस्वीर जिस की पूजा की जाती हो। जो ऐसा करेगा वह इस्लाम की तालीमात के खिलाफ होगा।”
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