यह भी पढ़ें- पानी में बहकर आई बच्चे की लाश, पुलिस पहचान में जुटी दरअसल, किशोरी 11 वर्ष से अपनी नानी के साथ गांव में रह रही थी। मृतक किशोरी की नानी ने बताया कि नातिन रविवार दोपहर करीब 12 बजे खेत से पशुओं का चारा लेने के लिए गई थी। जब वह ढाई बजे तक भी घर नहीं लौटी तो बुजुर्ग ने ग्रामीणों के साथ उसकी तलाश शुरू की। शाम को करीब छह बजे किशोरी का अर्द्धनग्न शव खेत से आधा किलोमीटर दूर पड़ा मिला। ग्रामीणों के अनुसार, उसकी मुंह या गला दबाकर हत्या की गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि गैंगरेप के बाद पहचाने जाने के डर से आरोपियों ने उसकी हत्या की है। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों के हंगामे की सूचना मिलते ही रात को ही एसएसपी मुनिराज, एसपी देहात और बरलासीओ समेत कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। आलाधिकारियों ने ग्रामीणों को जांच के बाद दोषियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, लेकिन जैसे ही पुलिस ने किशोरी का शव उठाया तो ग्रामीण भड़क गए और पुलिस अधिकारियों के साथ झड़प करते हुए पथराव शुरू कर दिया। पथराव के दौरान सिर में पत्थर लगने से इंस्पेक्टर गंगीरी प्रवेंद्र सिंह जख्मी हो गए। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला और किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ग्रामीणों ने पहले हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने फिर शव ले जाने की मांग की। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस का रास्ता रोकने का प्रयास किया और अधिकारियों की कार जाने लगी तो आगजनी कर दी।
एसएसपी मुनिराज ने बताया कि पुलिस किशोरी की हत्या की जांच कर रही है। ग्रामीणों ने पड़ोस के गांव में रहने वाले दो युवकों पर शक जाहिर किया है। घटना की जांच के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया है। पुलिस हर एंगल से घटना की जांच में जुटी है। पुलिस ने इस मामले में हत्या और दुष्कर्म की धाराओं में परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज किया है। साथ ही गांव के तीन युवकों को भी हिरासत में लिया गया है। वहीं, युवकों के परिजनों ने उन्हें छोड़ने की गुहार लगाई है। परिजनों का कहना है कि उनके बच्चे रविवार शाम छह बजे ही आगरा से सेना भर्ती से लौटे हैं। पुलिस ने उन्हें जल्द छोड़ने का आश्वासन दिया है।