यह भी पढे: अलीगढ़ में अस्पताल के गार्ड पर फेंकी गरम चाय, महिला वार्ड में जबरन घुसने की कोशिश उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड के भीतर प्राकृतिक खेती के लिए 47 विकास खंडों में करेंगे. इसके साथ ही गौ आधारित प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की छवि पूरे देश में बदली है. उन्होंने कहा कि राज्य के भीतर कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है. इसके लिए 104 ड्रोन उत्तर प्रदेश में लगाएंगे और हर जनपद में एक ड्रोन होगा. यह कृषि विश्वविद्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र, एफपीओ, साधन सहकारी समिति को अनुदान के तहत उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से रासायनिक उर्वरक व पेस्टिसाइड के इस्तेमाल कर लागत , समय , मानव श्रम की बचत हो सकेगा. इसके साथ ही मानव स्वास्थ्य को जो हानि होती है. उससे भी सुरक्षित रहा जा सकेगा. इसको प्राथमिकता के आधार पर कर रहे हैं.
वहीं उन्होंने बताया कि बिना बिजली के किसान खेतों की सिंचाई कर सकें. इसके लिए सोलर पैनल के प्रबंध किए जा रहे हैं. किसानों को केती की लागत में कमी आए. इसलिए इसके इंतजाम किए जा रहे हैं. 30 परसेंट भारत सरकार, 30 परसेंट राज्य सरकार अनुदान देखकर किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराए जा रहे हैं. किसान केवल 40% अंश लगाएगा.
यह भी पढे: 8 सितंबर से लखनऊ में भर्ती: कोई भी कर सकता है Apply, हाई स्कूल से ग्रेजुएट वालों का डायरेक्ट इंटरव्यू उन्होंने कहा कि राज्य में कम बरसात को देखते हुए दो लाख मिनी किट यूरिया के निशुल्क वितरण करने का निर्णय लिया है. वही दो लाख मिनी किट मसूर और दलहन के बीज किसान को उपलब्ध कराएंगे. जिससे कम वर्षा के कारण जिनके खेतों की बुवाई नहीं हो सकी है. या फसल खराब हो गई है .उनको लाभ पहुंचाया जाएगा.