फिनिशिंग में टिके रहना बल्लेबाज के लिए बड़ी चुनौती
फिनिशिंग ऐसी भूमिका है जहां एक बल्लेबाज को परिस्थितियों के हिसाब से खेलते हुए ना केवल अंत तक टिकना होता है, बल्कि रन गति को भी बढ़ाना होता है। तेज रन बनाने के फेर में कई बल्लेबाज अपना विकेट गंवा देते हैं। यही फिनिशर की चुनौती है, जिसके लिए विशेषज्ञता की जरूरत है। रिंकू सिंह फिलहाल जिस तरह से इस कला में महारत हासिल करते दिखाई दे रहे हैं, वह भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा शुभ संकेत है। यह भी पढ़ें
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26 साल के रिंकू सिंह ने बड़ी सफलता से निभाई भूमिका
यूपी के अलीगढ़ निवासी 26 साल के रिंकू सिंह ने फिनिशिंग की भूमिका को इतनी बड़ी सफलता के साथ अंजाम दिया है कि उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय औसत 17 मैचों के बाद 80.80 है। इतना बड़ा औसत बताता है कि वे कितनी बार नाबाद रहे हैं। रिंकू सिंह इन मैचों में 8 बार नाबाद लौटे हैं और इसके साथ उन्होंने रन गति को भी ऊपर किया है। उनका स्ट्राइक रेट 178.76 का है जो इतने औसत के साथ अद्भुत है। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिंकू सिंह 38(21), 37(15), 22(14), 31(9), 46(29), 6(8), 68(39), 14(10), 16(9), 9(9), 69(39), 0(2) 48(22) की पारियां खेल चुके हैं। ये आंकड़ा उनकी काबिलियत को बयां करता है। हालांकि रिंकू सिंह उस प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं बन पाए थे जिसने टी20 विश्व कप जीता था, लेकिन अब उनके पास रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा की खाली हुई जगह में अपनी स्थायी जगह बनाने का भरपूर मौका है।
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