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बता दें कि 15 दिसंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से छात्रों का मुख्य गेट बाब-ए-सैयद पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी के तहत गुरुवार को छात्रों ने आर्ट्स फैकल्टी से लेकर एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक तक मानव श्रृंखला बनाने की घोषणा की थी। इस दौरान मानव श्रंखला में हजारों छात्र शामिल हुए। मानव श्रृंखला के बीच छात्रों ने आरएसएस, भाजपा व एबीवीपी को जमकर कोसा। साथ ही योगी तेरी कब्र खुदेगी एएमयू की धरती पे, जैसे नारे लगाए। छात्रों ने बाब-ए-सैयद गेट पर हम लेकर रहेंगे आजादी, हम लड़कर लेंगे आजादी, हम छीनकर लेंगे आजादी, एएमयू मांगे आजादी, जेएनयू मांगे आजादी, असम मांगे आजादी, कश्मीर मांगे आजादी, केरल मांगे आजादी, सैर सैयद वाली आजादी, आंबेडकर वाली आजादी जैसे नारे भी लगाए। देर शाम योगी विरोधी नारों का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 50-60 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। इस दौरान बाब-ए-सैयद गेट को बंद करने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद रही, ताकि माहौल बिगड़ने से रोका जा सके। 15 दिसंबर को किया था बवाल
मालूम हो कि 15 दिसंबर की रात एएमयू के छात्र करीब पौने नौ बजे बाब-ए-सैयद गेट से बाहर निकलते हुए रजिस्ट्रार ऑफिस तक आ गए थे। पुलिस द्वारा छात्रों को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया गया। इस पर छात्र बेकाबू हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। छात्रों की तरफ से फायरिंग भी की गई। स्थिति काबू करने के लिए आरएएफ के जवानों ने पथराव कर रहे छात्रों पर आसूं गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भी छात्रों की तरफ से पथराव जारी रहा। करीब आधा घंटे बाद जाकर पुलिस, आरएएफ, पीएसी के जवानों ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर पानी की बौछारें छोड़ते हुए उन्हें बाब-ए-सैयद गेट के अंदर खदेड़ दिया। इसके बाद एएमयू को 5 जनवरी 2020 तक के लिए बंद कर दिया गया था।
मालूम हो कि 15 दिसंबर की रात एएमयू के छात्र करीब पौने नौ बजे बाब-ए-सैयद गेट से बाहर निकलते हुए रजिस्ट्रार ऑफिस तक आ गए थे। पुलिस द्वारा छात्रों को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया गया। इस पर छात्र बेकाबू हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। छात्रों की तरफ से फायरिंग भी की गई। स्थिति काबू करने के लिए आरएएफ के जवानों ने पथराव कर रहे छात्रों पर आसूं गैस के गोले छोड़े। इसके बाद भी छात्रों की तरफ से पथराव जारी रहा। करीब आधा घंटे बाद जाकर पुलिस, आरएएफ, पीएसी के जवानों ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर पानी की बौछारें छोड़ते हुए उन्हें बाब-ए-सैयद गेट के अंदर खदेड़ दिया। इसके बाद एएमयू को 5 जनवरी 2020 तक के लिए बंद कर दिया गया था।