ये भी पढ़ें: UP में राज्यसभा की 11 सीटों के लिए नामांकन आज से, किसको मिलेंगी कितनी सीटें, चर्चा शुरू सुपरवाइजर व को-सुपरवाइजर पर उत्पीड़न का आरोप जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में न्यूरोसाइंस विभाग की एक रिसर्च स्कॉलर छात्रा ने सोमवार रात शोषण से आहत होकर नशीली दवा खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। छात्रा को मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती कराया गया है। छात्रा ने सुपरवाइजर व को-सुपरवाइजर के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। मामले को गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर ने दो सदस्य कमेटी प्रोफेसर काजी मजहर अली व प्रोफेसर सुबुही खान के नेतृत्व में गठित कर दी है जो पूरे मामले में जांच कर तीन दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट वाइस चांसलर को देंगे।
ये भी पढ़ें: Gyanvapi Mosque Case: जानें क्या है श्रृंगार गौरी विवाद, क्यों यहां पूजा करने पर लगी थी रोक? छात्रा की हालत खतरे से बाहर मामले पर एएमयू मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आदिल ने बताया कि मूल रूप से जनपद संभल की रहने वाली युवती अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के फैकल्टी ऑफ मेडिसन में शोध की छात्रा है। छात्रा अपने पति के साथ परिसर से बाहर रहती है। सोमवार रात में छात्रा को हालत बिगड़ने पर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। उसने पीएचडी के सुपरवाइजर पर मेंटली टॉर्चर करने का इल्जाम लगाया है। छात्रा के मुताबिक, पीएचडी का सबमीशन नहीं हो पा रहा था। जिसकी वजह से वह काफी परेशान थी और इस परेशानी के बाद उसने सुसाइड अटेम्पट करने की कोशिश की। फिलहाल छात्रा की हालत खतरे से बाहर है।