यह भी पढ़ें- विवाद के चलते गले में भाला घोंपकर युवक की हत्या, पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार दरअसल, यह मामला अलीगढ़ के बरला पुलिस थाने क्षेत्र के एक गांव का है। बताया जा रहा है कि यहां रहने वाला अमित हरियाणा के फरीदाबाद में काम करता था। वह अपने भाई की शादी में गांव आया था। इसके सात माह बाद फरवरी 2019 में पुलिस ने एक किशोरी से दुष्कर्म के मामले में अमित के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया। केस दर्ज कर पुलिस ने अमित के घर दबिश दी और उसके नहीं मिलने पर उसकी भाभी और मां को हिरासत में ले लिया। इसके बाद अमित के गांव आने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया।
अमित के पिता सज्जन सिंह ने बताया कि उनका कथित पीड़िता के पिता के साथ जमीनी विवाद हुआ था। इसलिए उन्होंने साजिशन बेटे अमित को दुष्कर्म के आरोप में फंसाया था। अमित के खिलाफ पोक्सो एक्ट में केस दर्ज कराया गया था। इतना ही नहीं अमित के बड़े भाई चंद्रशेखर को चोट पहुंचाने के आरोप लगाया गया था। जबकि अमित के छोटे भाई सुनील समेत चंद्रशेखर और एक अन्य रिश्तेदार के खिलाफ घर में जबरन घुसकर धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि इन मामलों में चंद्रशेखर को जमानत मिल गई, वहीं अन्य दोनों के नाम साक्ष्य के अभाव मे चार्जशीट से हटा दिए गए, लेकिन अमित जेल में ही बंद रहा।
अमित के अधिवक्ता हरिओम वाष्णेय ने बताया कि उन्होंने कोर्ट के सामने अमित और कथित पीड़िता के बच्चे की डीएनए जांच कराने निवेदन किया था, ताकि यह पता चल सके कि क्या कथित पीड़िता से अमित ने दुष्कर्म किया है, जिसके कारण वह गर्भवती हुई और बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि अब डीएनए रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि अमित को साजिश के तहत फंसाया गया था।