यह भी पढ़ेें- कोरोना टीकाकरण कराए बिना यहां दुकानों पर नहीं मिलेगी शराब व बियर, उपजिलाधिकारी का अनूठा कदम अलीगढ़ शराब कांड (Aligarh Liquor Case) में पुलिस ने भी फरार आरोपियों की गिरफ्तार के प्रयास तेज कर दिए हैं। शराब कांड के मुख्य आरोपी अनिल चौधरी, ऋषि शर्मा और विपिन यादव हैं। बता दें कि रालोद नेता अनिल चौधरी पहले ही पकड़ा जा चुका है। जबकि रविवार को मुख्य आरोपी 50 हजार के इनामी विपिन यादव को गिरफ्तार किया गया है। जबकि तीसरा मुख्यारोपी ऋषि शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के परिवार पर भी संलिप्तता के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल रालोद नेता अनिल चौधरी और ठेकेदार नरेंद्र सिंह काे तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। इसके साथ ही सभी आरोपियों पर एनएसए और गैंगेस्टर की कार्रवाई के साथ सम्पत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी शुरू की गई है।
सांसद ने जिलाधिकारी को बताया मौतों का जिम्मेदार सांसद सतीश गौतम ने जहरीली शराब से होने वाली मौतों के लिए जिलाधिकारी को जिम्मेदार ठहराया है। सांसद ने कहा कि जिलाधिकारी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते। जब वह अच्छे कार्य का श्रेय लेते हैं तो मौतों की जिम्मेदारी भी उनकी है। जिलाधिकारी जिले का मालिक होता है और उसकी नाक के नीचे यह सब कुछ हो रहा था। जल्द ही इस मामले में फैसला लेंगे।
सीएमओ से मांगी है विशलेषण रिपोर्ट वहीं, जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा है कि अलीगढ़ शराब कांड में जितने भी शव सामने आ रहे हैं उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मौतोंं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए सीएमओ को को निर्देश दिए हैं कि वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का विशलेषण कर अपनी रिपोर्ट दें। इसके बाद ही बताया जा सकेगा कि कितनी मौत जहरीली शराब के सेवन से हुई हैं।
अब तक कुल 67 शव का पोस्टमार्टम सीएमओ बीपी सिंह ने बताया कि अलीगढ़ शराब कांड में अब तक कुल 67 शव का पोस्टमार्टम किया गया है। इनमें से 28 लाेगों की मौत जहरीली शराब से हुई है। वहीं, अन्य 39 की मौत भी प्रथम दृष्टया जहरीली शराब का सेवन ही लग रही है, लेकिन यह संदिग्ध है। इसलिए बिसरा और रक्त के सैंपल जांच के लिए आगरा लैब में भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही तथ्य सामने आएंगे।