अप्रेल के शुरुआत से तापमान में उतार-चढ़ाव कायम है। 1 से 15 अप्रेल तक तापमान 35 से 39 डिग्री तक पहुंच गया था। अप्रेल के दूसरे पखवाड़े में भी तापमान 37 डिग्री तक बना हुआ है। हालांकि बरसात और बादल छाने से यह 20 से 23 अप्रेल को नीचे लुढकऱ 32 से 34 डिग्री के बीच कायम है।
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बाकी हैं मई-जूनगर्मी के लिहाज से तपाने वाले मई और जून अभी बाकी है। इस दौरान पारे का ग्राफ 40 से 46 डिग्री तक पहुंच जाता है। खासतौर पर जून में नौ तपा में सबसे ज्यादा गर्माहट होती है। लू के थपेड़े परेशान करते हैं। मालूम हो कि 19 मई 2016 को अजमेर का तापमान 46.5 डिग्री रहा था। यह 50 साल में सबसे गर्म दिन था।
जहां रहता था प्रदूषण, नसीब हुई अब साफ हवा अजमेर. कोरोना लॉक डाउन से शहर की धडकऩ भले थम गई हो पर पर्यावरण की दृष्टि से यह फायदेमंद साबित हुआ है। खासतौर पर स्टेशन रोड-मदार गेट पर कई साल बाद साफ हवा नसीब हो रही है।
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रहता थी धूल और काला धुआंस्टेशन रोड और मदार गेट शहर का ह्रदय स्थल है। यहां आम दिनों में करीब 20 से 25 हजार दोपहिया, तिपहिया, चौपहिया वाहनों की आवाजाही रहती थी। वाहनों से निकलने वाले धुंए से एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से 125 तक रहता था।
22 मार्च को जनता कफ्र्यू और इसके बाद से जारी लॉक डाउन ने इस क्षेत्र के पर्यावरण को बदल दिया है। यहाँ अब एयर क्वालिटी इंडेक्स 43 से 45 के बीच रहने लगा है।