बुधवार सुबह मंद-मंद हवा चली। सूरज निकलते ही मौसम में गर्मी और उमस हो गई। मंगलवार को वैशाली नगर, पंचशील, माकड़वाली रोड, जयपुर रोड, आनासागर लिंक रोड, फायसागर क्षेत्र शास्त्री नगर और अन्य क्षेत्रों में बौछारें गिरी थीं।
सिर्फ 33.46 मिमी बरसात प्रतिवर्ष मानसून की सक्रियता 1 जून से 30 सितंबर तक रहती है। मानसून के दौरान जिले की औसत बरसात 550 मिलीमीटर मानी जाती है। सिंचाई विभाग के अनुसार जिले में 1 जून से अब तक 33.46 मिलीमीटर बरसात ही हुई है।
इस बार राहत भरा जून
इस साल जून काफी राहत भरा साबित हुअ। जून के पहले पखवाड़े में पश्चिमी विक्षोभ के कारण अंधड़-बरसात हुई। इससे तापमान का ग्राफ 34.4 से 39.0 तक घूमता रहा। इसके बाद 20 जून मानसून सक्रिय हो गया। लिहाजा तापमान का ग्राफ 34.6 से 37.5 डिग्री के बीच चला। मालूम हो कि पिछले दस साल में सबसे गर्म जून 2016 में था। उस साल 8 जून को तापमान 45.6 डिग्री तक पहुंच गया था।
इस साल जून काफी राहत भरा साबित हुअ। जून के पहले पखवाड़े में पश्चिमी विक्षोभ के कारण अंधड़-बरसात हुई। इससे तापमान का ग्राफ 34.4 से 39.0 तक घूमता रहा। इसके बाद 20 जून मानसून सक्रिय हो गया। लिहाजा तापमान का ग्राफ 34.6 से 37.5 डिग्री के बीच चला। मालूम हो कि पिछले दस साल में सबसे गर्म जून 2016 में था। उस साल 8 जून को तापमान 45.6 डिग्री तक पहुंच गया था।