प्रतिष्ठान तोडने की चर्चा बैच मार्क कॉरिडोर का सर्वे करने के मकसद को लेकर लगाए गए थे, लेकिन बाजार में इसे जीरो प्वाइन्ट मानकर प्रतिष्ठान तोडने की चर्चा फैल गई। इससे दुकानदार चिंतित हो गए। उन्होंने बुधवार को ब्रह्म चौक से लेकर ब्रह्मा मंदिर तक दुकानें बंद रखकर विरोध जताया।
पालिकाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा इस दौरान पूर्व पार्षद महेश पाराशर व दुकानदारों ने पालिकाध्यक्ष कमल पाठक को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद सभी एसडीओ कार्यालय पहुंचे तथा जनसुनवाई के लिए पहुंचे जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत को ज्ञापन सौँपा। इसमें कॉरिडोर को तीर्थ के हित में नहीं होना बताकर विरोध जताया। इस दौरान दुकानदारों ने कॉरिडोर की जानकारी सार्वजनिक करने, दुकानें व आवास नहीं तोड़ने की मांग की। पुरोहित संघ की ओर से पुष्कर नारायण पाराशर, अरुण पाराशर, बादल पाराशर ने भी तोडफोड नहीं करने की मांग की।
पहले मांग, फिर विरोध पुष्कर पुरोहित संघ समेत कस्बेवासियों की ओर से पुष्कर कॉरिडोर बनाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार में कांग्रेस के मंत्रियों व नेताओं को ज्ञापन देकर कई बार मांग की जा चुकी है। खास बात यह है कि कॉरिडोर बनाने को लेकर पुरोहितों का एक शिष्टमंडल सरकारी खर्चे पर वाराणसी का दौरा कर चुका है। वहीं पिछले एक साल से चल रही कॉरिडोर बनाने की प्रक्रिया का किसी ने विरोध नहीं किया।
कांग्रेसियों ने सौंपा ज्ञापन कांग्रेस के सरोज दगदी, सम्रता पाराशर, मधुसूदन पाराशर, गोपाल तिलानिया, जगदीश कुर्डिया व अन्य के हस्ताक्षर युक्त सीएम के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। इसमें पुष्कर की जनभावना व आमजनता को विश्वास में लेकर कॉरिडोर बनाने की मांग की गई।
इनका कहना है… सरकार पुष्कर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। कॉरिडोर बनाने में कोई तोडफोड नहीं होगी। जैसा व वैसा ही विकास कराया जाएगा। आमजन से सुझाव लेकर ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सुरेश सिंह रावत, जल संसाधन मंत्री विकास के नाम पर बुलडोजर चलाकर परिवारों को बेघर करने के कारण कॉरिडोर बनाने का विरोध किया है। पालिकाध्यक्ष कमल पाठक को ज्ञापन देकर एकल प्रस्ताव के साथ बोर्ड बैठक बुलाने की मांग की गई है।
बैद्यनाथ पाराशर, कांग्रेस नेता व पुरोहित