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अजमेर

Tradition: महिलाओं ने किया बछबारस पूजन

विभिन्न इलाकों में महिलाओं ने समूह में गौ और बछड़े को तिलक लगाकर, लाल-गुलाबी कपड़ा ओढ़ाकर पूजन किया।

अजमेरAug 27, 2019 / 12:06 pm

raktim tiwari

women worship in bach baras

women worship in bach baras

अजमेर

शहर में महिलाओं (womens) ने मंगलवार को घर-परिवार में खुशहाली के लिए परम्परानुसार (traditions) बछबारस (bach baras) का पूजन किया। इसके तहत विभिन्न इलाकों में महिलाओं ने समूह में गौ और बछड़े (cow and calf) को तिलक लगाकर, लाल-गुलाबी कपड़ा ओढ़ाकर पूजन (worship) किया। साथ ही बछबारस की कथा-कहानी (traditional story) सुनी। घरों में मक्के के आटा, अंकुरित चने, मोठ, मंूगयुक्त भोजन (special food) बनाया गया। उल्लेखनीय है कि बछबारस पर गाय के दूध और गेहूं से निर्मित भोजन, कटी हुई हरी सब्जी (green vegetable) का प्रयोग नहीं किया जाता है।
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छात्रसंघ चुनाव बदल सकते हैं कई समीकरण
छात्रसंघ चुनाव (students election) में कम मतदान हुआ तो बागियों (revolter) और निर्दलीयों की नाराजगी नतीजे पर असर डाल सकती है। इसको लेकर प्रत्याशियों, छात्र संगठनों सहित कांग्रेस और भाजपा नेताओं में गहमा-गहमी है।अधिकांश कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एनएसयू्आई (nsui) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (abvp) और निर्दलीय प्रत्याशियों के कड़ी टक्कर है। सर्वाधिक 8 हजार वाले जीसीए में महज 8-10 प्रतिशत वोट पड़े हैं। दयानंद कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय में भी वोटिंग धीमी है। यही हाल एमडीएस यूनिवर्सिटी (mdsu ajmer) का है। यहां तो महज 785 ही मतदाता वोट डालने वाले हैं। अगर पिछले साल की तरह कम मतदान हुआ तो नतीजे चौंकाने वाले हो सकते हैं।
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जल्द बंद होंगे आनासागर के चैनल गेट

पानी की जबरदस्त आवक के बाद खोले गए आनासागर झील (anasagar lake) के चैनल गेट मंगलवार को बंद किए जाएंगे। जलस्तर 12.5 फीट पर पहुंचने पर प्रशासन चैनल गेट (channel gate) बंद करेगा। शहर में 16 और 17 अगस्त को मूसलाधार बारिश से आनासागर झील में पानी की आवक जबरदस्त बढ़ गई। इसकी भराव क्षमता 13 फीट है। जबकि इसका जलस्तर (water level)बढकऱ 15 फीट 11 इंच तक पहुंच गया। प्रशासन ने इसके दो चैनल गेट खोलकर पानी की निकासी (water flows) शुरू कर दी थी। लगातार 10 दिन से पानी की निकासी जारी थी। इसका जलस्तर घटकर 12 फीट 9 इंच तक पहुंच गया है।

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