पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन यानि जश्न-ए-ईदमिलादुन्नबी के रूप में मनाया गया। रबीउल अव्वल का चांद पिछले दिनों नजर आया था। इसके बाद 15 नवम्बर को ख्वाजा साहब की महाना छठी की रस्म हुई।
21 नवम्बर को बारावफात (जश्न-ए-ईदमिलादुन्नबी) का जश्न मनाया गया। इस दिन जुलूस भी निकाला गया। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को विशेष रोशनी से सजाया गया। लोग गुरुवार को भी दरगाह में उमड़े। सुबह से ही जायरीन ने ख्वाजा साहब की दरगाह में चादर पेश करने का सिलसिला जारी रखा। ईद के मौके पर दरगाह बाजार और आसपास के इलाकों में कार्यक्रमों के दौर तीन-चार दिन तक जारी रहेंगे।
ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में इन दिनों अकीदतमंद का सैलाब उमड़ रहा है। भीड़ के चलते दरगाह क्षेत्र में उर्स का सा माहौल नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हुई कुछ छुट्टियों के चलते दरगाह में जायरीन की जबरदस्त आवक है। ख्वाजा साहब की महाना छठी तक भी हाल ऐसे ही थे। दरगाह क्षेत्र में ऐसी रौनक अभी कुछ दिन और रहने की उम्मीद है। खासतौपर जश्ने ए ईद मिलादुन्नबी पर तो दरगाह में जायरीन की आवक बढ़ जाती है। लोग ख्वाजा साहब की मजार पर चादर पेश करते हैं।