अलग बयानों से कसा शिकंजा प्रकरण में कुएं के बाहर मृतका की चप्पल, लूगड़ी भी उसकी मां को नजर आई। परिजन ने शव मिलने के बाद गैंगरेप का शक जाहिर किया। जबकि बड़ी बहन ने बाइक सवार दो युवक के साथ में जाने की कहानी बयान की थी। प्रकरण के अनुसंधान में जुटी पुलिस ने मृतका के पिता, मां, बड़ी बहन के बयान में भी काफी अंतर नजर आ रहा है। बयानों में अन्तर ने भी परिवार के सदस्यों को संदेह के दायरे में ला दिया। पुलिस उनसे गहनता से पड़ताल कर रही है।
यह है मामला श्रीनगर थाना पुलिस को जिलावड़ा निवासी 60 वर्षीय वृद्ध ने 27 अप्रेल को रिपोर्ट दी थी कि 26 अप्रेल सुबह 11 बजे बकरियां चराते उसकी छोटी बेटी लापता हो गई। पुलिस ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कर ली। इसके बाद 29 अप्रेल को मृतका की मां को रामपुरा अहिरान, मानपुरा की ढाणी के जंगल में कुएं में लापता बेटी का शव सतह पर नजर आया। शव कुएं से निकालने पर उसके सिर पर आगे और पीछे चोटों के निशान नजर आए। ऊपर वाला जबड़ा टूटा हुआ था। आंख व नाक पर भी चोट का निशान मिला। बूढ़े पिता ने संदेह जताया कि उसकी पुत्री की हत्या कर कुें में डाला गया है। पुलिस ने हत्या कर सबूत मिटाने का प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
इनका कहना है… युवती की हत्यारों का सुराग लगा जा रहा है। संदिग्धों से गहनता से पड़ताल की जा रही है। कुछ तथ्य को फिर से खंगाला जा रहा है। जल्द वारदात का पर्दाफाश किया जाएगा।
– पूनम भरगन, सीओ नसीराबाद