ब्रह्मा मंदिर केन्द्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से पुरासंपदा घोषित किए जाने व इसी विभाग की ओर से जारी आदेशों की पालना में जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा के निर्देशों पर बुधवार शाम एसडीओ तोमर, तहसीलदार पंकज बडग़ूजर, पालिका ईओ अभिषेक गहलोत, थानाधिकारी राजेश मीणा मय पुलिस जाप्ता ब्रह्मा मंदिर पहुंचे। शाम करीब साढ़े छह बजे ब्रह्मा मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से बाहर निकाल दिया गया। उसके बाद सीढि़यों पर रस्सियां बांधकर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया। एसडीओ तोमर ने पुजारी लक्ष्मीनिवास वशिष्ठ को नियमित पूजा-अर्चना व धार्मिक अनुष्ठान करने के निर्देश दिए।
अब ऐसे होंगे दर्शन ब्रह्मा मंदिर की सीढि़यों पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे तथा आमजन प्रवेश नहीं कर सकेगा। मुख्य द्वार खुला रहेगा। श्रद्धालु सीढि़यों के पास लगाई गई एक बड़ी एलइडी से ब्रह्मा मंदिर में की जाने वाली पारम्परिक आरती सेवा पूजा के लाइव दर्शन कर सकेंगे। सेवा पूजा निरन्तर पूर्व की भांति चलेगी। मंदिर की सीढि़यों पर लगी प्रसाद फूल की दुकानें भी हटा दी गई हैं। मंदिर में सन्नाटा पसर जाने से बुधवार शाम आरती में चंद पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी व मंदिर स्टाफ ही मौजूद नजर आया।
किन्नरों ने किए आखिरी दर्शन आमजन का प्रवेश बंद करने के दौरान बाहर से आए किन्नरों के दल ने मंदिर में जाकर अंतिम पूजा-अर्चना की। इसके बाद किसी का प्रवेश नहीं हुआ। पाबंदी के बाद श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं देने से की श्रद्धालुओं ने सडक़ पर खड़े होकर शीश नवाया।
यह होगा असर मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद करने से प्रतिमाह आने वाला चढ़ावा नहीं मिल पाएगा जबकि खर्चा यथावत रहेगा। वहीं फूल प्रसाद बेचने वालों के धंधे चौपट होंगे।
शिष्ट मंडल मिला
मंदिर में कार्रवाई के दौरान पार्षद रवि सहित विहिप के नगर अध्यक्ष जय कुमार रेशु सहित स्थानीय पुरोहितों ने एसीडीओ तोमर से मुलाकात कर बारहों मास दर्शन करने वाले स्थानीय दर्शनार्थियों के प्रवेश की अनुमति मांगी। इस पर तोमर ने जिला कलक्टर से चर्चा करने का आश्वासन दिया।
अफसरों की सूझबूझ से ही बंद हो सका प्रवेश ब्रह्मा मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद करना इतना आसान नहीं था। इसके लिए जिला सहित स्थानीय प्रशासन ने ना केवल पूरी कार्ययोजना बनाई थी, बल्कि संभावित विरोध की स्थिति में प्लान-बी पर भी विचार-विमर्श कर रखा था। आमजन की आस्था से सीधे जुड़े इस बड़े व संवेदनशील मामले में पुरोहितों व संतों के विरोध करने की कथित संभावनाओं के चलते कार्रवाई से पूर्व प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती।
अफसरों से रखा तालमेल विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर में संभवत: पहली बार आमजन का प्रवेश बंद करने की कार्रवाई के दौरान जन विरोध की आशंका के मद्देनजर उपखंड अधिकारी देविका तोमर ने जिला कलक्टर के आदेशों पर अमल करने से पूर्व मंदिर प्रबंध कमेटी के सदस्य तहसीलदार पंकज बडग़ूजर व पालिका ईओ अभिषेक गहलोत के साथ ही थानाधिकारी राजेश मीणा से निरन्तर सम्पर्क बनाए रखा।
सीआइडी से लिया इनपुट वहीं गुप्तचर विभाग के प्रभारी गजानंद व शक्ति सिंह ने मंदिर पहुंच कर वहां के हालात और गतिविधियों पर नजर बनाए रखी। किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए पुलिस का जाप्ता भी मौके पर बुला लिया गया। कार्रवाई से पूर्व सर्वप्रथम पालिका ईओ, उसके बाद तहसीलदार तथा थानाधिकारी मय पुलिस के मंदिर पहुंचे तथा पूरी जानकारी ली। मामला शांत होने पर उपखंड अधिकारी देविका तोमर ने आकर कमान संभाली।
ऐसे साधा विरोध कार्रवाई के बाद विहिप के नगर अध्यक्ष जयकुमार, पार्षद रवि सहित पुरोहितों ने मौके पर आकर बातों-बातों में ही अन्य समुदायों के उपासना स्थलों पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई करने की मांग कर डाली। एसडीओ तोमर ने संयम बरतते हुए इस बारे में जिला कलक्टर तक उनकी बात पहुंचाना कहकर मामला काबू में कर लिया जिससे पूरी कार्रवाई शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गई। प्रवेश बंद होने के बाद अफसरों की टीम ने मंदिर आरती के दर्शन करविश्व शांति की कामना की।