घटना का पता चलते ही ग्रामीणों में रोष व्याप्त प्राप्त जानकारी के अनुसार गत दिवस ग्रामीणों ने गायों के लिए गौशाला बनाने के लिए सरकारी जमीन पर तारबंदी कर वहां चारा रखवाया था। रविवार देर रात्रि को अज्ञात समाजकंटको ने उस चारे में आग लगा दी। आगजनी घटना का पता चलते ही ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया।
तहसीलदार श्रवण सिंह राठौड़ भी पहुंचे मौके पर जमा ग्रामीणों का आरोप था कि आगजनी की घटना में बघेरा सरपंच का हाथ है। ऐसे में उसे मौके पर बुलवाया जाए। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों का घेराव किया और पुलिस वाहन पर पत्थर फेंके जिससे पुलिस वाहनों के कांच फूट गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे उपखंड अधिकारी सुरेंद्र सिंह पुरोहित, पुलिस उप अधीक्षक राजेश वर्मा, थानाधिकारी महावीर प्रसाद शर्मा एवं नायब तहसीलदार श्रवण सिंह राठौड़ ने ग्रामीणों से बातचीत कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली।
घटना का पता चलने के बाद अजमेर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप भी अजमेर से केकड़ी पहुंचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच करने एवं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हो गया।
घटना के बाद केकड़ी, सरवाड़ व सावर से आए अतिरिक्त जाप्ते को कुमावतो का नयागांव में तैनात किया गया है। घटना के संबंध में पुलिस ने 10-15 नामजद एवं 20-25 अन्य लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।