पुष्कर सरोवर के घाटों का विकास और सौंदर्यीकरण के कारण वाराणसी की तर्ज पर किए जाएंगे। घाटों के सौन्दर्यीकरण तथा जल से प्रदूषण मिटाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा को मूर्त रूप देने के प्रयास शुरू हो गए हैं। इसी क्रम में वाराणसी के गंगा घाट व विकास कार्यों का अवलोकन करने 6 पुरोहिताें व तकनीकी अधिकारियों का दल वाराणसी जाएगा। इनमें से 3 पुरोहित बुधवार रात वाराणसी रवाना हो गए तथा 3 तकनीकी अधिकारी गुरुवार को रवाना होंगे।
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ ही पहल पर जयपुर में स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने गत दिनों उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें पुष्कर सरोवर के जल को सीवरेज के गंदे जल की जावक रोककर प्रदूषण मुक्त बनाने तथा घाटों के सौन्दर्यीकरण कराने पर चर्चा की गई। इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने गत दिनों पुष्कर यात्रा के दौरान इस योजना को हरी झंडी दे दी।
प्रमुख शासन सचिव के निर्देश इसकी अनुपालना में 9 दिसम्बर को स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा ने पुष्कर का दौरा किया। उन्होंने ब्रह्म घाट पर जिला कलक्टर अंशदीप, एडीए के तकनीकी अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान पुरोहितों ने वाराणसी तीर्थ के अनुसार पुष्कर का विकास व सौन्दर्यीकरण कराने की मांग की। मीणा ने पुरोहितों व तकनीकी अधिकारियों की टीम को सरकारी खर्चे पर वाराणसी भेजने के निर्देश दिए थे।
पुरोहित रवाना, अधिकारी आज जाएंगे योजना को मूर्त रूप देने के लिए बुधवार रात पुरोहित संघ की ओर से गोविन्द पाराशर, बैजनाथ पाराशर एवं संजय पाराशर कार से वाराणसी के लिए रवाना हो गए। एडीए के अधीक्षण अभियंता हरीश अग्रवाल, पुष्कर पालिका के सहायक अभियंता विष्णु अडानिया, सहायक नगर नियोजक अनुराग मिश्रा की 3 सदस्यीय टीम गुरुवार को ट्रेन से वाराणसी रवाना होगी।
छह जनों की यह टीम वाराणसी में गंगा घाटों के सौन्दर्यीकरण, जल की शुद्धता सहित पुष्कर सरोवर के विकास, जल निर्मल करने समेत तमाम पहलुओं को दृष्टिगत रखते हुए जानकारी एकत्र करेगी तथा रिपोर्ट जिला कलक्टर के माध्यम से सरकार को भेजी जाएगी। इस रिपोर्ट के बाद तकनीकी रिपोर्ट लेकर ही पुष्कर सरोवर के घाटों का विकास कराने, जल में प्रदूषण मिटाने पर योजना बन सकेगी।
18 को लौटेगी टीम छह सदस्यों की टीम दो दिन तक वाराणसी को दौरा कर विस्तृत रिपोर्ट बनाएगी तथा 18 दिसम्बर को अजमेर के लिए वापस रवाना होगी।