ऊंटड़ा में में चल रहे दीनी तब्लीगी इज्तिमा में आए धार्मिक विद्वानों ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी दी। इनमें मौलाना अब्दुल सत्तार, मौलाना शाद, मौलाना शौकत, प्रो. अब्दुल अलीम आदि शामिल थे। उन्होंने कहा कि तब्लीगी जमात सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज के मिशन पर ही काम कर रही है। इसमें एक ही संदेश दिया जाता है कि जीवन मे कोई भी व्यक्ति तभी कामयाब हो सकता है जब वह सदाचार को अपना लेता है।
सूफियत का पैगाम
पैगम्बर हजरत मोहम्मद के संदेश को पूरे हिन्दुस्तान में गरीब नवाज ने फैलाया। हम सब तभी कामयाब हो सकते हैं जब ख्वाजा साहब के बताए हुए रास्ते को अपने जीवन में उतार लें। उन्होंने कहा कि ख्वाजा साहब ने सभी के साथ बेहतर सलूक करने के लिए कहा है। यही वजह है कि आज पूरी दुनिया बिना भेदभाव के यहां आती है और उनके करम का पैज़ हासिल कर रही हैं।
पैगम्बर हजरत मोहम्मद के संदेश को पूरे हिन्दुस्तान में गरीब नवाज ने फैलाया। हम सब तभी कामयाब हो सकते हैं जब ख्वाजा साहब के बताए हुए रास्ते को अपने जीवन में उतार लें। उन्होंने कहा कि ख्वाजा साहब ने सभी के साथ बेहतर सलूक करने के लिए कहा है। यही वजह है कि आज पूरी दुनिया बिना भेदभाव के यहां आती है और उनके करम का पैज़ हासिल कर रही हैं।
कराई विद्वानों को जियारत
दरगाह में सैयद ऐनुद्दीन चिश्ती ने उन्हें जिय़ारत कराई। अंजुमन यादगार के सचिव डॉ. अब्दुल माजिद चिश्ती, पीर नफीस मियां चिश्ती, शेखजादा ज़ुल्फिकार चिश्ती आदि ने भी दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया।
दरगाह में सैयद ऐनुद्दीन चिश्ती ने उन्हें जिय़ारत कराई। अंजुमन यादगार के सचिव डॉ. अब्दुल माजिद चिश्ती, पीर नफीस मियां चिश्ती, शेखजादा ज़ुल्फिकार चिश्ती आदि ने भी दस्तारबंदी कर तबर्रुक भेंट किया।