प्रदेश में सरकारी और निजी पॉलेटेक्निक कॉलेज में डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की 50 हजार से ज्यादा सीट हैं। इनमें सरकारी कॉलेज में करीब 5 हजार और निजी कॉलेज में 45 हजार सीट हैं। विभिन्न कॉलेज के पाठ्यक्रमों में विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। प्राविधिक शिक्षा मंडल जोधपुर ने अब तक प्रवेश कार्यक्रम जारी नहीं किया है। सीबीएसई और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बेार्ड के बारहवीं और दसवीं के परिणाम निकल चुके हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को प्रवेश कार्यक्रम का इंतजार है।
जब अगस्त तक खाली थी सीट.. साल 2016 में पॉलीटेक्निक सहित इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिलों के हाल बहुत बुरे थे। पूरे राज्य में अगस्त के पहले पखवाड़े तक 82 हजार से ज्यादा सीट रिक्त थी। इंजीनियरिंग कॉलेज में तो केंद्रीयकृत व्यवस्था के बावजूद दाखिलों में विद्यार्थियों ने खास रुझान नहीं दिखाया। तकनीकी शिक्षा की बदहाली को लेकर पत्रिका ने तकनीकी शिक्षा बदहाल कैसे बनेगा स्किल राजस्थान शीर्षक से खबर भी प्रकाशित की थी।
इन पाठयक्रमों में प्रवेश
सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन, प्रिंट टेक्नाोलॉजी, कम्प्यूटर, फैशन डिजाइनिंग, कॉस्मेटिक्स एन्ड ब्यूटी और अन्य
सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन, प्रिंट टेक्नाोलॉजी, कम्प्यूटर, फैशन डिजाइनिंग, कॉस्मेटिक्स एन्ड ब्यूटी और अन्य