यूं तो अजमेर अरावली की सुंदर वादियों, दिलकश मौसम और कुदरती नजारों के लिए बेहद मशहूर है। इसी शहर ने दुनिया को सूफियत की महक से रूबरू कराया है। अजमेर की आबोहवा और यादों के झरोखे में कई रोचक ‘कहानियां छुपी है। पृथ्वीराज चौहान-संयोगिता, मुगल बादशाह जहांगीर और नूरजहां से लेकर नरवर की घाटियों में ढोला-मारू की बेपनाह मोहब्बत के किस्से काफी चर्चित रहे हैं।
चौहान राजवंश के पृथ्वीराज और कन्नौज की राजकुमारी संयोगिता के किस्से ढोला-मारू, हीर-रांझा, रोमियो-जूलियट की तरह लोगों की जुबान पर तो नहीं थे। लेकिन प्रेमी युगल के असीम प्रेम, पति-पत्नी के समर्पण की कोई तस्वीर बनाई जाए तो यह दोनों उसमें अलग ही नजर आएंगे।