भदूण गांव में जिसने भी सुना। वह शहीद हेमराज के घर पहुंचा। एक ओर परिजन शोक में डूबे रहे तो दूसरी ओर देश के नाम शहीद होने का गर्व भी हुआ। सोमवार सुबह हेमराज के वीर गति प्राप्त होने की सूचना मिली। इसके बाद दिनभर परिजन शव की प्रतीक्षा करते रहे।
सोमवार रात ११ बजे सेना के जवान शव लेकर उपखंड मुख्यालय रूपनगढ़ पहुंचे। मंगलवार सुबह शहीद के शव को पैतृक गांव भदूण ले जाया जाएगा। अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) आनन्दी लाल वैष्णव ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार देर रात जयपुर से रूपनगढ़ लाया गया।
दो साल पहले सेना में हुए शामिल कश्मीर के राजौरी-पुंछ सेक्टर में रविवार रात हुई गोलीबारी में दुश्मन से लोहा लेते शहीद जवान हेमराज शहीद हुए। दो साल पहले ही २३ वर्षीय हेमराज भारतीय थल सेना में शामिल हुए थे जो कश्मीर के पुंछ-राजौरी में तैनात रहे। मंगलवार सुबह भदूण में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सोमवार सुबह सरपंच नरेश छापरवाल को सेना के अधिकारी ने हेमराज के शहीद होने की सूचना दी। सूचना के बाद भदूण व आस-पास के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद के सम्मान में भदूण के सभी व्यापारियों ने स्वैच्छा से अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखे। ग्राम सोहनलाल मालाकार व जगदीश रूलानिया ने बताया कि शहीद के अंतिम संस्कार तक व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
चार भाइयों में सबसे छोटे शहीद हेमराज भदूण में सामली ढाणी निवासी भोलूराम निठारवाल व माता दाखा देवी की सबसे छोटी सन्तान थे। उनसे बड़े भाई पूसाराम, रामेश्वर, गिरधारी, बंशी, गोपाल व बहन सोहनी देवी हैं। हेमराज वर्ष २०१७ में सेना में भर्ती हुए थे। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ स्कूल परिसर में किया जाएगा।
इस मौके पर अजमेर जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप,अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी,विधायक सुरेश सिंह रावत सहित कई जनप्रतिनिधि,प्रशासनिक अधिकारी व समाज के पंच-पटेल उपस्थित रहेंगे।