केंद्र की कौशल विकास एवं उद्यमिता की प्रथम वर्ष की परीक्षा में सभी विद्यार्थियों की अंकतालिका में शून्य अंक दिए गए हैं। विद्यार्थियों से पुनर्मूल्यांकन के लिए 450 रुपए वसूले जा रहे हैं। इसके खिलाफ मंगलवार को छात्र भड़क गए। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के छात्रों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने संस्थान में कक्षाएं खाली कराई। उन्होंने परिणाम की जांच कराने ओर नई अंकतालिका जारी करने की मांग की।
सॉफ्टवेयर की गलती तकनीकी शिक्षा विभाग का कहना है कि अंकतालिका में शून्य अंक मिलने की मूल वजह सॉफ्टवेयर में आई गड़बड़ी है। कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया है। विद्यार्थियों को जल्द ही संशोधित अंकतालिकाएं उपलब्ध कराई जाएगी।