दोपहर एक बजे एसओजी के गठित विशेष जांच दल अधिकारी आयोग के निलम्बित सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर आए। यहां पुलिस उप अधीक्षक रूद्र प्रकाश शर्मा व अजमेर उपखण्ड अधिकारी अपूर्वा परवाल की मौजूदगी में कटारा के आरपीएससी स्थित कक्ष व अलमारियों के ताले खोले गए। कटारा के कक्ष व अलमारी में मिले दस्तावेज सूचीबद्ध कर जब्त किए। कटारा के कक्ष का ताला खोलने के लिए की-मेकर को बुलवाया गया। काफी इंतजार के बाद कटारा के कक्ष के ताले खुल सके।
दोपहर 3 बजे एसओजी की टीम सब इंस्पेक्टर-प्लाटून कमांडर भर्ती-2021 के मामले में गिरफ्तार आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राइका, उसके बेटे देवेश व बेटी शोभा को अलग-अलग वाहन में लेकर आयोग पहुंची। यहां तीनों से पहले आरपीएससी के भूतल पर कटारा के कक्ष व पूछताछ केन्द्र की तस्दीक कराई। इससे पूर्व कटारा को भी पूछताछ केन्द्र पर लाया गया। एसआईटी के पहुंचने से पहले आयोग में सिविल लाइन्स थानाप्रभारी छोटेलाल पुलिस जाप्ते के साथ मौजूद रहे।
खुलवाया कटारा का चैंबर
एसआईटी ने प्रथम तल स्थित कटारा के सील किए कक्ष व अलमारियों के ताले खुलवाने के लिए चाबी बनाने वाले को बुलवाया गया। कटारा से सब इंस्पेक्टर भर्ती का पेपर बनवाने, सीलबंद लिफाफे में रखने, परीक्षा से पहले आरोपियों तक पेपर पहुंचाने, परीक्षा के दौरान आरोपी अनिल कुमार उर्फ शेरसिंह मीणा, भूपेंद्र सारण, सुरेश कुमार साव, पीराराम, विजय डामोर, पुखराज, अनिता कुमारी और अरुण शर्मा से मुलाकात, लेन-देन सहित अन्य बिंदुओं पर करीब 10 घंटे तक पूछताछ की। कटारा के चैंबर-अलमारी से एसआईटी को अहम सुराग मिले है।राइका परिवार से कराया आमना-सामना
जानकारी अनुसार एसआईटी ने कटारा से रामूराम, शोभा और देवेश का आमना-सामना कराया। एसआईटी ने राइका और उसके बच्चों से परीक्षा पूर्व कटारा से सब इंस्पेक्टर भर्ती का पेपर हासिल करने, देवेश व शोभा को पेपर देने व खुद को परीक्षा से अलग रखने के संबंध में पड़ताल की। यहां लाए गए रामूराम राइका व शोभा कैमरे से बचने का प्रयास करते नजर आए जबकि देवेश सामान्य बैठा रहा। शाम 5 बजे एसआईटी रामूराम राइका, देवेश व शोभा को जयपुर लेकर रवाना हो गई जबकि देर रात तक कटारा से आयोग कक्ष में पूछताछ की गई। यह भी पढ़ें
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…मेरे बिना कुछ नहीं होगा
आयोग में कटारा के कक्ष में अलमारी की तलाशी के लिए एसओजी ने चाबी मांगी लेकिन न कटारा ने चाबी दी ना आयोग ने चाबी मुहैया करवाई। एसओजी ने बाहर से ताला खोलने के लिए की-मेकर को बुलाया। आयोग के मुख्यद्वार पर की-मेकर को पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। उसने काफी मिन्नतें की। प्रवेशद्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों ने अंदर से अनुमति मिलने के बाद ही उसे प्रवेश दिया।यों कराई घटनास्थल की तस्दीक
-दोपहर 1 बजे एसआईटी निलम्बित सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर पहुंची आरपीएससी।-पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी की मौजूदगी में कटारा का कक्ष व अलमारियां खोली गई।
-कटारा से आयोग के पूछताछ केंद्र पर आरोपियों की आवाजाही के संबंध में पड़ताल।
-आयोग के मुख्यद्वार से प्रथम तल तक आरोपियों का मेलजोल।
-कटारा व राइका के चैंबर व आवास पर मुलाकात के संबंध में पड़ताल।
-इससे पहले राइका के जयपुर रोड स्थित आवास की तस्दीक की गई।
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यह है मामला
वरिष्ठ अध्यापक भर्ती 2022 के पेपर लीक मामले में एसओजी ने बाबूलाल कटारा समेत आयोग के बर्खास्त ड्राइवर गोपालसिंह व भांजा विजय कटारा को 18 अप्रेल 2023 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में करीब डेढ़ साल बाद भी कटारा को बर्खास्त नहीं किया जा सका जबकि 8 अप्रेल को ड्राइवर गोपालसिंह को बर्खास्त कर दिया। सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में धांधली उजागर होने के बाद गिरफ्तार आयोग के पूर्व सदस्य रामराम राइका ने कबूला कि उसने पेपर आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा से अपने बेटे देवेश व बेटी शोभा के लिए हासिल किया था। कटारा ने स्वयं उसे अपने आवास पर पेपर मुहैया करवाया।इनका कहना है…
जांच टीम बाबूलाल कटारा और रामूराम राइका, उसके बच्चों को पूछताछ व मौका तस्दीक के लिए लेकर आयोग पहुंची। कटारा की अलमारी में मिले भर्ती परीक्षा से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है।-रामनिवास मेहता, सचिव, आरपीएससी