राजकीय आचार्य संस्कृत कॉलेज को नए भवन के उद्घाटन का इंतजार है। लोहागल रोड पर नई इमारत बन चुकी है। साल भर से इसके उद्घाटन का मुर्हूत नहीं निकल पाया है। शहर में करीब 53 साल से गंज में राजकीय आचार्य संस्कृत कॉलेज संचालित है। मौजूदा भवन बहुत छोटा है। यहां खेल मैदान, कंप्यूटर लेब, सभागार और अन्य सुविधाएं नहीं है। कॉलेज को करीब दस वर्ष पूर्व लोहागल गांव में जमीन आवंटित की गई थी। काफी प्रयासों के बाद यहां दो वर्ष पूर्व नए भवन का निर्माण शुरू हुआ। नया भवन करीब 6.5 करोड़ रुपए से बना है। इसमें प्राचार्य और शिक्षक कक्ष, कक्षाएं और अन्य सुविधाएं हैं।
read more: छात्रसंघ चुनाव अगस्त में, स्टूडेंट्स को है खास इंतजार एक साल से उद्घाटन का इंतजार भवन बने साल भर बीत चुका है। पिछले साल विधानसभा चुनाव आचार संहिता के चलते भवन का उद्घाटन नहीं हो सका। इसके बाद मार्च में लोकसभा चुनावा आचार संहित लगने से मामला अटक गया। चुनाव खत्म हुए पौने दो महीने हो चुके हैं। फिर भी संस्कृत शिक्षा विभाग और सरकार भवन का उद्घाटन नहीं करा पाए हैं।
बिना ग्रेडिंग के चल रहा कॉलेज
यूजीसी ने 2014-15 से देश के सभी केंद्रीय, राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों, कॉलेज के लिए नैक ग्रेडिंग कराना अनिवार्य किया है। इसमें संस्कृत कॉलेज भी शामिल है। कॉलेज शिक्षा निदेशालय ने 2016-17 में सभी कॉलेज को नैक ग्रेडिंग लेने को कहा। इसकी अनुपालना में संस्कृत कॉलेज 35 हजार रुपए जमा भी कराए हैं। नए भवन में शिफ्ट होने के बाद ही कॉलेज नैक टीम बुलाने का इच्छुक है।
यूजीसी ने 2014-15 से देश के सभी केंद्रीय, राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों, कॉलेज के लिए नैक ग्रेडिंग कराना अनिवार्य किया है। इसमें संस्कृत कॉलेज भी शामिल है। कॉलेज शिक्षा निदेशालय ने 2016-17 में सभी कॉलेज को नैक ग्रेडिंग लेने को कहा। इसकी अनुपालना में संस्कृत कॉलेज 35 हजार रुपए जमा भी कराए हैं। नए भवन में शिफ्ट होने के बाद ही कॉलेज नैक टीम बुलाने का इच्छुक है।