राज्य में भर्ती प्रक्रिया धीरे-धीरे गति पकड़ रही है। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग में प्राध्यापक पद के 13 पदों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। आवेदन 16 जुलाई से भरने शुरू होंगे।
अनलॉक होने के बाद से राज्य में भर्तियों, परीक्षाओं और साक्षात्कार का दौर जारी है। इसी कड़ी में राजस्थान लोक सेवा आयोग ने प्रधानाध्यापक (प्रवेशिका) के बाद प्राध्यापक (आयुर्वेद एवं भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा विभाग) भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं।
16 जुलाई से भरें फॉर्म
सचिव शुभम चौधरी ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन 16 जुलाई से भरने शुरू होंगे। अभ्यर्थी 4 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगे। सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 350 रुपए होगा। ओबीसी, एमबीसी और ईब्ल्यूएस श्रेणी के आवेदकों के लिए शुल्क 250 रुपए, एससी/एसटी, नि:शक्तजन और 2.50 लाख से कम वार्षिक आय वाले आवेदकों को 150 रुपए शुल्क देना होगा।
सचिव शुभम चौधरी ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन 16 जुलाई से भरने शुरू होंगे। अभ्यर्थी 4 अगस्त तक आवेदन कर सकेंगे। सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 350 रुपए होगा। ओबीसी, एमबीसी और ईब्ल्यूएस श्रेणी के आवेदकों के लिए शुल्क 250 रुपए, एससी/एसटी, नि:शक्तजन और 2.50 लाख से कम वार्षिक आय वाले आवेदकों को 150 रुपए शुल्क देना होगा।
पदों का वर्गीकरण (आयोग के अनुसार)
काय चिकित्सा-2, द्रव्य गुण विज्ञान-2, रचना शरीर-1, शल्य तंत्र-1, प्रसूती तंत्र एवं स्त्री रोग-1, क्रिया शरीर-1, अंगद तंत्र-1, शालाक्य तंत्र-1, पंचकर्म-1, रोग निदान-2 यह होगी चयन प्रक्रिया
संवीक्षा परीक्षा के बाद साक्षात्कार होंगे। अभ्यर्थियों के संवीक्षा परीक्षा के प्राप्तांकों का चालीस प्रतिशत (40 अंक), अकादमिक योग्यता के 20 अंक और साक्षात्कार के 40 अंक रखे गए हैं। अकादमिक योग्यता के 20 अंकों को भी विभक्त किया गया है। इसमें विशिष्ट योग्यता (75 प्रतिशत), प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी और केवल उत्तीर्ण की श्रेणी शामिल की गई है।
काय चिकित्सा-2, द्रव्य गुण विज्ञान-2, रचना शरीर-1, शल्य तंत्र-1, प्रसूती तंत्र एवं स्त्री रोग-1, क्रिया शरीर-1, अंगद तंत्र-1, शालाक्य तंत्र-1, पंचकर्म-1, रोग निदान-2 यह होगी चयन प्रक्रिया
संवीक्षा परीक्षा के बाद साक्षात्कार होंगे। अभ्यर्थियों के संवीक्षा परीक्षा के प्राप्तांकों का चालीस प्रतिशत (40 अंक), अकादमिक योग्यता के 20 अंक और साक्षात्कार के 40 अंक रखे गए हैं। अकादमिक योग्यता के 20 अंकों को भी विभक्त किया गया है। इसमें विशिष्ट योग्यता (75 प्रतिशत), प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी और केवल उत्तीर्ण की श्रेणी शामिल की गई है।