बीती 5 अगस्त को हुई आरएएस प्रारंभिक परीक्षा में 3 लाख 76 हजार 762 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। आयोग ने बीती 23 अक्टूबर को इनका परिणाम जारी किया है। टीएसपी क्षेत्र में 571 और नॉन टीएसपी क्षेत्र में 15 हजार 044 अभ्यर्थी उत्तीर्ण किए गए हैं। आरएएस मुख्य परीक्षा 25 और 26 जून को होगी। लिहाजा आयोग इसकी तैयारी में जुट गया है।
अध्यक्ष स्वयं जुटे तैयारी में
मुख्य परीक्षा को देखते हुए आयोग अध्यक्ष दीपक उप्रेती स्वयं भी पढ़ाई करने में जुटे हैं। वे बाकायदा विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान, साहित्य, राजस्थान की संस्कृति-भूगोल और अन्य विषयवार सामग्री का अध्ययन कर रहे हैं। उनका मानना है, कि गुणवत्तापूर्ण और बेहतरीन पेपर होने से अभ्यर्थियों की प्रशासनिक क्षमता सामने आएगी। साथ ही भविष्य में प्रदेश को स्मार्ट अफसर मिल सकेंगे। मालूम हो कि उप्रेती पढऩे-लिखने के काफी शौकीन भी हैं।
मुख्य परीक्षा को देखते हुए आयोग अध्यक्ष दीपक उप्रेती स्वयं भी पढ़ाई करने में जुटे हैं। वे बाकायदा विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान, साहित्य, राजस्थान की संस्कृति-भूगोल और अन्य विषयवार सामग्री का अध्ययन कर रहे हैं। उनका मानना है, कि गुणवत्तापूर्ण और बेहतरीन पेपर होने से अभ्यर्थियों की प्रशासनिक क्षमता सामने आएगी। साथ ही भविष्य में प्रदेश को स्मार्ट अफसर मिल सकेंगे। मालूम हो कि उप्रेती पढऩे-लिखने के काफी शौकीन भी हैं।
ताकि कम हों तकनीकी त्रुटियां..
आयोग अध्यक्ष ने मुख्य परीक्षा के पेपर ढंग से तैयार कराने पर भी विशेष जोर दिया है। ताकि पेपर में तकनीकी त्रुटियां कम हों। पेपर तैयार करने वाले विशेषज्ञों को भी कई निर्देश दिए गए हैं। स्वयं अध्यक्ष का मानना है, कि अच्छी तरह और पूर्ण विधि से जांचे-परखे पेपर होने पर अभ्यर्थियों को समस्याएं नहीं होंगी। साथ ही आयोग की परेशानियां भी कम होंगी।
आयोग अध्यक्ष ने मुख्य परीक्षा के पेपर ढंग से तैयार कराने पर भी विशेष जोर दिया है। ताकि पेपर में तकनीकी त्रुटियां कम हों। पेपर तैयार करने वाले विशेषज्ञों को भी कई निर्देश दिए गए हैं। स्वयं अध्यक्ष का मानना है, कि अच्छी तरह और पूर्ण विधि से जांचे-परखे पेपर होने पर अभ्यर्थियों को समस्याएं नहीं होंगी। साथ ही आयोग की परेशानियां भी कम होंगी।