अजमेर. स्मार्टसिटी (Smart City) की पॉश कॉलोनियों को जोडऩे वाला मुख्य मार्ग गौरवपथ अब अपने नाम पर खरा नहीं उतर पा रहा है। मार्ग का ‘गौरव’ अब कहीं नजर नहीं आता। इस पथ के अब हाल-बेहाल हैं। यह मार्ग देखने में तो शानदार लगता है। डिवाइडर पर हैरिटेज लाइटें इसकी सुंदरता (Heritage Lights Its Beauty) में चार-चांद लगाती हैं, लेकिन इस सडक़ पर कौन सा वाहन कहां से आकर आपको टक्कर मार दे, यह किसी को नहीं पता।
राजस्थान पत्रिका की टीम ने सर्किट हाउस के नीचे से लेकर रीजनल कॉलेज चौराहे (Regional College Crossroads) तक करीब 5 किलोमीटर सडक़ का मुआयना किया, तो हालात पग-पग पर जानलेवा खतरे कम नजर नहीं आए। पांच किलोमीटर की रोड पर 19 कट लगे हैं। इन कट से रोड पार करने में वाहन चालकों की सांसें अटकी रहती हैं।
हो चुकी हैं दुर्घटनाएं इस मार्ग पर पूर्व में कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इनमें जहां कई लोगों को जान गंवानी पड़ी, वहीं कई जने चोटिल भी हुए। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यह हैं सबसे खतरनाक कट -लिंक रोड जाने वाला रास्ता -आनंद नगर जाने वाला रास्ता -अरबन हाट के निकट चौराहा -माकड़वाली रोड तिराहा -वैशालीनगर मुख्य तिराहा
-वैशाली नगर पेट्रोलपम्प के पास तिराहा
-वैशाली नगर पेट्रोलपम्प के पास तिराहा
-रातीडांग जाने वाला रास्ता गौरव पथ भी जाता सिकुड़
गौरव पथ की चौड़ाई करीब 60 फीट है। इसके बावजूद देवनारायण मंदिर के पास यह रोड बिल्कुल संकरा होकर दो लेन का हो जाता है। कुछ मीटर आगे बढऩे पर यह फिर से फोरलेने का हो जाता है।
गौरव पथ की चौड़ाई करीब 60 फीट है। इसके बावजूद देवनारायण मंदिर के पास यह रोड बिल्कुल संकरा होकर दो लेन का हो जाता है। कुछ मीटर आगे बढऩे पर यह फिर से फोरलेने का हो जाता है।
यह है गौरव पथ के वर्तमान हालात
-आनासागर लिंक रोड (Anasagar Link Road) पर जाने वाले रोड और संतोषी माता मंदिर के सामने पुलिस की गुमटी है, लेकिन पुलिसकर्मी तैनात नहीं। – माकड़वाली (Macadwali) की ओर से जाने वाले मार्ग पर तिराहे होमगार्ड के जवान शाम के समय जरूर दिखाई देते हैं। स्पीड ब्रेकर भी कुछ जगह बना रखे हैं, वो भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
-आनासागर लिंक रोड (Anasagar Link Road) पर जाने वाले रोड और संतोषी माता मंदिर के सामने पुलिस की गुमटी है, लेकिन पुलिसकर्मी तैनात नहीं। – माकड़वाली (Macadwali) की ओर से जाने वाले मार्ग पर तिराहे होमगार्ड के जवान शाम के समय जरूर दिखाई देते हैं। स्पीड ब्रेकर भी कुछ जगह बना रखे हैं, वो भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
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Local bodies : ब्यावर, पुष्कर और नसीराबाद के वार्डों की तस्वीर हुई साफ फैक्ट फाइल– 35 के करीब गड्ढ़े हो सडक़ों के दोनों ओर – 12 चेम्बर है रोड के बीच में, कुछ है ऊंचे – 13 स्पीड ब्रेकर बने है जो नियमानुसार नहीं है।
– 15 के करीब रोड के दोनों ओर कॉलोनियां
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Education: ड्यूटी ज्वॉइनिंग को लेकर हुआ कॉलेज में ऐसा हंगामा यह होना चाहिए सुधार -बेवजह जगह-जगह बना रखे कट बंद होने चाहिए या फिर जहां पर कट हैं, वहां दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर होने चाहिए। -माकड़वाली रोड तिराहे व वैशालीनगर मुख्य तिराहों पर ट्रेफिक गुमटी व रेड लाइट व संकेतक लगे होने चाहिए। -मित्तल चैम्बर्स के सामने जहां खतरनाक मोड़ के दोनों तरफ स्पीड ब्रेकर होने चाहिए। यह है स्पीड ब्रेकर के नियम जानकारों की मानें तो स्पीड ब्रेकर (Speed breaker) की अधिकतम ऊंचाई 4 इंच होनी चाहिए। ब्रेकर के दानों ओर 2-2 मीटर का स्लोप दिया जाए ताकि वाहन स्लो होकर बगैर झटका खाए निकल जाए। छह से आठ इंच तक ऊंचाई वाले और बगैर स्लोप के ब्रेकर नहीं बनो जाने चाहिए। स्पीड ब्रेकर के पहले चेतावनी चिह्न लगे होने चाहिए। साथ ही ब्रेकर में सफेद या पीला पेंट एवं रेडियम होना चाहिए, जिससे दिन एवं रात में ब्रेकर दूर से वाहन चालकों को नजर आए।
इनका कहना है…
एडीए ने रोड बनाई है। इसमें कट भी उन्होंने ही बनाए है। रोड क्षतिग्रस्त है उसपर पेचवर्क का काम शुरू हो गया है। अभी जयपुर रोड पर पेचवर्क करवाया जा रहा है। स्पीड ब्रेकर आवश्यकता के अनुसार बनाए जाते है। इसमें कोई कमी है तो उसको देख लेंगे।
एडीए ने रोड बनाई है। इसमें कट भी उन्होंने ही बनाए है। रोड क्षतिग्रस्त है उसपर पेचवर्क का काम शुरू हो गया है। अभी जयपुर रोड पर पेचवर्क करवाया जा रहा है। स्पीड ब्रेकर आवश्यकता के अनुसार बनाए जाते है। इसमें कोई कमी है तो उसको देख लेंगे।
– चन्द्र प्रकाश, एक्सईएन सिटी सार्वजनिक निर्माण विभाग