सिर्फ फायदे का गणित. . .
राजस्व मंडल 8.30 रुपए प्रति युनिट की दर से प्रतिमाह 4.25 लाख रूपए बिजली बिल पर खर्च करता है। जबकि सोलर प्लांट से यही बिजली उसे 25 साल तक 4.15 रूपए की दर से मिलेगी। इससे राजस्व मंडल को प्रतिमाह 2 लाख रूपए का फायदा होगा। राजस्व मंडल में जल्द ही नवनिर्मित सेंट्रलाइज वातानुकूलित प्लांट भी चालू होगा इससे प्रतिमाह करीब 6 लाख रूपए का बिल आना तय है। यदि सोलर प्लांट का संचालन शुरु होता है तो इससे प्रतिमाह राजस्व मंडल को 3 लाख रूपए की बचत होगी।
राजस्व मंडल 8.30 रुपए प्रति युनिट की दर से प्रतिमाह 4.25 लाख रूपए बिजली बिल पर खर्च करता है। जबकि सोलर प्लांट से यही बिजली उसे 25 साल तक 4.15 रूपए की दर से मिलेगी। इससे राजस्व मंडल को प्रतिमाह 2 लाख रूपए का फायदा होगा। राजस्व मंडल में जल्द ही नवनिर्मित सेंट्रलाइज वातानुकूलित प्लांट भी चालू होगा इससे प्रतिमाह करीब 6 लाख रूपए का बिल आना तय है। यदि सोलर प्लांट का संचालन शुरु होता है तो इससे प्रतिमाह राजस्व मंडल को 3 लाख रूपए की बचत होगी।