तरह-तरह का प्रसाद आरती के बाद मिश्री मावा, कलाकंद, पेड़े, लड्डू, श्रीखण्ड, खीर सहित अन्य तरह का प्रसाद वितरित किया जा रहा है। सात काण्ड हैं रामायण में मानस मंडल के अध्यक्ष पं. सुदीन्द्रनाथ आचार्य ने बताया कि रामायण में सात काण्ड हैं। इस दौरान बालकाण्ड, अयोध्याकाण्ड, अरण्यकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, लंकाकाण्ड और उत्तरकाण्ड का पाठ किया जा रहा है।
आज यह कार्यक्रम संगीत प्रभारी शीला फड़के ने बताया कि रविवार को सुन्दरकाण्ड पाठ होगा। शाम सवा 5 बजे शंकर आरती और रात 8 बजे पूर्णाहुति होगी। इसी तरह लंका विजय व राज्याभिषेक आरती भी होगी।