पारम्परिक मान्यतानुसार सावन शुक्ल पूर्णिमा पर रविवार को रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। इस बार भद्रा या अन्य कोई विधान नहीं होने से पूरे दिन शुभ मुर्हूत रहेगा। बहनें अपने भाइयों के तिलक कर, मिष्ठान खिलाकर राखियां बांधेंगी। भाई अपनी बहनें को उपहार, कपड़े और अन्य सामग्री भेंट देंगे। शहर में केंद्रीय कारावास में भी कैदियों के बहनें राखियां बांधेंगी। इसके अलावा मंदिरों और अन्य कई स्थानों पर रक्षासूत्र बांधे जाएंगे।
बाजारों में दिखी रौनक रक्षाबंधन से पूर्व शनिवार को बाजारों में रौनक नजर आई। नया बाजार, पुरानी मंडी, मदार गेट, कवंडसपुरा, वैशाली नगर, नगरा, रामगंज, केसरगंज, श्रीनगर रोड, धौलाभाटा, नाका मदार, आदर्श नगर, फायसागर रोड और अन्य स्थानों पर लोगों ने पारम्परिक रबड़ी-मावे के घेवर, गुलाब जामुन, रसगुल्ले, मावे की मिठाई-नमकीन, फल, नारियल और अन्य सामग्री खरीदी। बहिनें अपने भाइयों-रिश्तेदारों के लिए रंगबिरंगी और आधुनिक राखियां खरीदती नजर आई।
पिछले साल थी कम रौनक कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण पिछले साल रक्षाबंधन पर्व पर बाजारों में कम रौनक थी। कहीं दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखी तो कहीं ग्राहकी सुस्त रही थी। लोगों ने मिठाइयों और राखियों को छूने से परहेज किया था। इस बार अधिकांश लोगों के कोविड-19 टीकाकरण हो चुका है। लिहाजा बाजारों में चहल-पहल ज्यादा रही है।
मनाएंगे श्रावणी उपाकर्म आर्य समाज अजमेर के तत्वावधान में श्रावणी उपाकर्म और जियालाल जयंती मनाई जाएगी। सुबह 8 बजे मंत्रोच्चार से यज्ञ होगा। आर्य समाज के पूर्व प्रधान और डीएवी कॉलेज के सस्ंथापक पंडित जियालाल का जन्म दिन और श्रावणी उपाकर्म पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान प्रवचन, भजन होंगे।