महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन गुम हुई राजस्थान की श्रौपती देवी को लेकर आई ये खबर
अचानक मची भगदड़
रामनारायण ने बताया कि पत्नी, भाई और एक-दो अन्य के साथ स्नान करके लौट रहे थे। वे एरावत मार्ग से निकल रहे थे तो भगदड़ मच गई और दल के यात्री बिछुड़ गए। भगदड़ में भीड़ के भारी दबाव से वे गिर गए। जैसे-तैसे करके वे तो खड़े हो गए, लेकिन पत्नी संभल नहीं सकी और भीड़ उसे कुचलती हुई निकलती रही। बाद में पुलिस-प्रशासन के लोग पहुंचे और उसे एम्बुलेंस से चिकित्सालय ले गए। दोपहर बाद प्रयागराज में बने गंगा प्रसार थाने से जानकारी मिलने पर वे चिकित्सालय पहुंचे और शिनाख्त की। आवश्यक औपचारिकता के बाद एम्बुलेंस से शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए।महाकुंभ में भगदड़ को लेकर राजस्थान के श्रद्धालुओं ने बताया असली सच, जिसने भी सुना वो कांप गया
बेटा बोला-क्या पता था कि मां अब लौटकर नहीं आएगी
निहाली देवी के पुत्र सांवरलाल बैरवा ने बताया कि मां कुंभ स्नान की इच्छा जता रही थी। गांव और मौहल्ले से कई जनों के जाने की जानकारी मिलने पर उन्होंने भी माता-पिता को प्रयागराज भेज दिया। क्या पता था कि मां अब लौटकर नहीं आएगी। उल्लेखनीय है कि निहाली के दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। इनमें एक पुत्र व दो पुत्रियां विवाहित हैं।Hindi News / Ajmer / महाकुंभ में मची भगदड़ में राजस्थान की महिला की मौत, गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार