सुबह करीब 4.15 बजे बादलों ने अचानक खामोशी तोड़ी। शहर के वैशाली नगर, माकड़वाली रोड, पुष्कर रोड, कोटड़ा, पंचशील, फायसागर क्षेत्र, आनंद नगर, बजरंगढ़ चौराहा, आगरा गेट, सुभाष उद्यान, मदार गेट, जयपुर रोड, शास्त्री नगर, रामगंज, केसरगंज, अजयनगर और अन्य इलाकों को बरसात ने भियोगा। बारिश का दौर रुक-रुक कर चलता रहा। कई लोगों को सुबह जगने के बाद बारिश होने का पता चला।
सड़कों पर उफना पानी ऋषि घाटी और अन्दरूनी इलाकों से उफनता पानी महावीर सर्किल पर जमा हो गया। इसी तरह सावित्री चौराहा, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, सूचना केंद्र, कचहरी रोड, स्टेशन रोड, माकड़वाली रोड, पंचशील, मार्टिंडल ब्रिज की तीसरी भुजा के नीचे और अन्य इलाकों में भी सड़कों पर पानी इक्ट्टा हो गया। पहाड़ों से उफनता पानी नालों-नालियों से होकर सड़कों पर बहता रहा। सुबह रही मौसम में ठंडकबरसात होने और बादल छाने से सुबह मौसम में ठंडक रही। लोगों को उमस और गर्मी सेराहत मिली। बाद में सूरज निकलने और बादलों के छितराते ही मौसम में उमस और गर्माहट हो गई।
पारे में आई गिरावट राजस्थान और आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके चलते कहीं धूल-धूसरित अंधड़ तो कहीं बरसात का दौर जारी है। बादल छाने और बरसात के चलते गर्मी के तेवर ढीले पड़ गए हैं। बुधवार को भी बरसात ने शहर को भिगोया था। मानसून संभवत: राजस्थान में जून के अंत या जुलाई तक पहुंच जाएगा।
जिले में भी बरसात बरसात ने जिले के कई हिस्सों को भी भिगोया।पुष्कर, गगवाना, घूघरा, गेगल और अन्य इलाके भी भीगे।