झमाझम बारिश ने समूचे शहर को जलमग्न कर दिया। जगह-जगह सडक़ों-चौराहों पर तेज रफ्तार से पानी उफन (rain water) पड़ा। बाहरी इलाकों और निचली बस्तियों में गलियों (streets) और घरों (houses) में पानी घुस गया। इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आया। मौसम विभाग ने सुबह 8.30 बजे तक 104.5 मिलीमीटर बरसात (barsat) दर्ज की।
सडक़ों पर सिर्फ पानी सावित्री चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, मेयो लिंक रोड, राजा साईकिल, अलवर गेट, वैशाली नगर में एमपीएस स्कूल के सामने, शास्त्री नगर, पंचशील, केसरगंज, मदन गोपाल मार्ग, रामगंज, सम्राट अशोक उद्यान-जयपुर रोड और क्षेत्रों में सडक़ों पर उफन पड़ा। प्रमुख मार्ग और अंदरूनी क्षेत्रों में सडक़ों पर पानी भर (water store) गया। ऋषि घाटी, बाबूगढ़ से उफनते पानी ने गंज सर्किल अैार सुभाष उद्यान के सामने तालाब (pond) बना दिया। तारागढ़ पहाड़ी क्षेत्र (hill area) से जबरदस्त पानी उफना। इससे दरगाह बाजार-नला बाजार नहर सा नजर आया। यही हाल सावित्री कॉलेज, वैशाली नगर, पंचशील, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, सिविल लाइंस, टोडरमल मार्ग, बजरंगगढ़ चौराहा पर नजर आया।
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बरसात का पानी गौरव पथ-आनासागर लिंक रोड पर भर गया। क्रिश्चियनगंज क्षेत्र से सडक़ पर केवल डिवाइडर से ही सडक़ होने का एहसास हुआ। सुभाष उद्यान के सामने, माकड़वाली रोड, नेहरू अस्पताल रोड, सिविल लाइंस इलाके में भी पानी का रेला (water river) बहता रहा।
बरसात का पानी गौरव पथ-आनासागर लिंक रोड पर भर गया। क्रिश्चियनगंज क्षेत्र से सडक़ पर केवल डिवाइडर से ही सडक़ होने का एहसास हुआ। सुभाष उद्यान के सामने, माकड़वाली रोड, नेहरू अस्पताल रोड, सिविल लाइंस इलाके में भी पानी का रेला (water river) बहता रहा।
read more: Bisalpur Dam: बीसलपुर लबालब होते ही अजमेर को भरपूर पानी स्टेशन रोड-मदार गेट पर भरा पानी लगातार बरसात से मार्टिंडल ब्रिज की तीसरी भुजा के नीचे पानी भर (rain water)गया। यहां लबालब पानी भरने से ट्रेफिक (traffic) रुक गया। पानी के तेज बहाव से कई दोपहिया वाहन गिर गए। चौपहिया और तिपहिया वाहन भी नहीं इसके नीचे से नहीं निकल सके। यही हाल स्टेशन रोड-मदार गेट पर नजर आया। क्लाक टॉवर से गांधी भवन तक समूची सडक़ पर पानी (water flow) ही पानी नजर आया। रोडवेज बस स्टैंड, गुलाबबाड़ी, जयपुर रोड पर कांकरदा भूणाबाय, बंद्या गांव, घूघरा घाटी और आसपास के इलाकों में पहाड़ी से उफनते पानी ने सडक़ को डूबो दिया।
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बरसात से शहर के कई निचले और अंदरूनी इलाकों में घरों, गलियों और सडक़ों पर पानी भर गया। पुरानी मंडी-नया बाजार से उफनते पानी ने कचहरी रोड को नहर (canal)बना दिया। अंधेरी पुलिया और तोपदड़ा पुलिया (puliya) में भी पानी का बहाव तेज रहा। दोपहिया और तिपहिया वाहन चालक इसमें से नहीं निकल सके। बिहारी गंज, नौ नंबर पेट्रोल पंप, आदर्श नगर इलाके (area) में यही हाल दिखा।
बरसात से शहर के कई निचले और अंदरूनी इलाकों में घरों, गलियों और सडक़ों पर पानी भर गया। पुरानी मंडी-नया बाजार से उफनते पानी ने कचहरी रोड को नहर (canal)बना दिया। अंधेरी पुलिया और तोपदड़ा पुलिया (puliya) में भी पानी का बहाव तेज रहा। दोपहिया और तिपहिया वाहन चालक इसमें से नहीं निकल सके। बिहारी गंज, नौ नंबर पेट्रोल पंप, आदर्श नगर इलाके (area) में यही हाल दिखा।
जिला औसत बरसात के करीब अजमेर जिला औसत बरसात के करीब पहुंच रहा है। मानसून (monsoon) में 1 जून से 30 सितंबर तक जिले की औसत बरसात 550 मिलीमीटर मानी जाती है। सिंचाई विभाग के अनुसार जिले में 493.96 मिलीमीटर बारिश (barish) हो चुकी है। उधर अजमेर शहर इस आंकड़े को पार कर चुका है। मौसम विभाग के अनुसार अजमेर में 583.8 और सिंचाई विभाग के अनुसार 562 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।