वसुंधरा राजे ( Vasundhara Raje ) की घोषणा रह गई धरी
वहीं पुष्कर सरोवर में कस्बे का गंदा पानी भी गिरने लगा है तथा श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही है। वराह घाट चौक से नरसिंह घाट होते हुए एवं जयपुर घाट होते हुए कस्बे का एकत्रित गंदा पानी का गंदा पानी पुष्कर सरोवर में गिर रहा है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की जावक रोकने के लिए चार करोड़ 10 लाख रुपए की घोषणा की थी जो कागजी राह गई। 10 अक्टूबर 2018 को ब्रह्मा मंदिर के एंट्री प्लाजा लोकार्पण समारोह के दौरान शिरकत करने आई तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुष्कर के मेला मैदान में पुरोहितों की मांग पर यह घोषणा की थी, लेकिन पूरा कार्यकाल बीतने के बाद भी इस घोषणा पर कोई अमल नहीं हो सका। यही कारण रहा कि पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक को रोकने की अभी तक कोई प्रयास नहीं हो सके हैं।
वहीं पुष्कर सरोवर में कस्बे का गंदा पानी भी गिरने लगा है तथा श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही है। वराह घाट चौक से नरसिंह घाट होते हुए एवं जयपुर घाट होते हुए कस्बे का एकत्रित गंदा पानी का गंदा पानी पुष्कर सरोवर में गिर रहा है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की जावक रोकने के लिए चार करोड़ 10 लाख रुपए की घोषणा की थी जो कागजी राह गई। 10 अक्टूबर 2018 को ब्रह्मा मंदिर के एंट्री प्लाजा लोकार्पण समारोह के दौरान शिरकत करने आई तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पुष्कर के मेला मैदान में पुरोहितों की मांग पर यह घोषणा की थी, लेकिन पूरा कार्यकाल बीतने के बाद भी इस घोषणा पर कोई अमल नहीं हो सका। यही कारण रहा कि पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक को रोकने की अभी तक कोई प्रयास नहीं हो सके हैं।
गंदगी के साथ आ रही प्लास्टिक की थैलियां
बरसात आने के साथ ही एक बार फिर पुष्कर सरोवर का कस्बे का अथाह गंदगी पानी पुष्कर सरोवर में गिरना शुरू हो गया। खास बात यह रही कि इस गंदे पानी के साथ कस्बे का सारा मलवा गंदगी प्लास्टिक की थैलियां भी पुष्कर सरोवर में गिरने लगी है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के परिवर्तन होने के बाद भी पुष्कर सरोवर की दुर्दशा पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है तथा जगतपिता ब्रह्मा के पवित्र पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक को रोकने की कोई ठोस योजना नहीं बन सकी है।
बरसात आने के साथ ही एक बार फिर पुष्कर सरोवर का कस्बे का अथाह गंदगी पानी पुष्कर सरोवर में गिरना शुरू हो गया। खास बात यह रही कि इस गंदे पानी के साथ कस्बे का सारा मलवा गंदगी प्लास्टिक की थैलियां भी पुष्कर सरोवर में गिरने लगी है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के परिवर्तन होने के बाद भी पुष्कर सरोवर की दुर्दशा पर सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है तथा जगतपिता ब्रह्मा के पवित्र पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक को रोकने की कोई ठोस योजना नहीं बन सकी है।